महामारी कोरोनावायरस संक्रमण को देखते हुए चार धाम की यात्रा स्थगित कर दी गई है. अगले निर्देश तक आम श्रद्धालुओं के लिए चार धाम के कपाट बंद रहेंगे. चार धाम क्षेत्रों और पूजा को लेकर देवस्थानम बोर्ड ने निर्देश जारी किया हैं,. दैनिक पूजा के कार्यों के संपादन के लिए रावल, नायब रावल, पुजारी गण ,पंडा पुरोहित, स्थानीय हक हकूक धारी और बोर्ड के अधिकारी कर्मचारी को ही प्रवेश होगा. आम श्रद्धालुओं के लिए अगले आदेश तक चार धाम यात्रा स्थगित रहेगी. कपाट खुलने के बाद देवस्थान सुबह 7:00 बजे से शाम 7:00 बजे तक ही खुले रहेंगे. प्रवेश द्वार पर अल्कोहल युक्त सैनिटाइजर का प्रयोग किया जाएगा. इसके साथ ही थर्मल स्कैनिंग मशीन से जांच की जाएगी.
और पढ़ें: आज से लागू हुआ वैशाख मास, इस महीने इन बातों का रखें विशेष ध्यान
देवस्थान से जुड़े जारी दिशा-निर्देश-
1. जिन व्यक्तियों में कोई लक्षण नहीं होंगे केवल उन्हें ही देवस्थान परिसर में प्रवेश मिलेगा. फेस कवर और मांस का प्रयोग सभी को करना होगा.
2. देवस्थानम गर्भ ग्रह में केवल रावल पुजारी और संबंधित को ही प्रवेश की अनुमति होगी.
3. मूर्तियों ,घंटियों , प्रतिरुपों ग्रंथों, पुस्तकों आदि को स्पर्श करने की अनुमति नहीं होगी.
4. देवस्थानम परिसर में किसी भी प्रकार का प्रसाद वितरण टीका आदि लगाने की अनुमति नहीं होगी.
5. भोग आदि वितरण के समय शारीरिक दूरी के मानकों का अनुपालन करना होगा.
6. देवस्थानम के अंदर परिसर की लगातार सफाई और सैनिटाइजेशन का काम करना होगा.
ये भी पढ़ें: काशी विश्वनाथ धाम में अक्षयवट वृक्ष गिरा, अपशकुन की आशंका से लोगों में दहशत
गौरतलब है कि कोविड के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए उतराखंड सरकार ने चारधाम यात्रा को स्थगित करने का फैसला लिया है. हालांकि चारों धाम के कपाट निर्धारित समय पर खुलेंगे. तीर्थ-पुरोहित मंदिरों में नियमित रूप से पूजा-पाठ करेंगे लेकिन श्रद्धालुओं की सुरक्षा के मद्देनजर चारधाम यात्रा को स्थगित रखने का निर्णय लिया गया है. गुरुवार को राज्य के मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने कहा कि चारधाम यात्रा को स्थगित कर दिया गया है. उन्होंने कहा कि चार धामों में केवल तीर्थ पुरोहितों को ही नियमित पूजा पाठ की अनुमति होगी. चारधाम यात्रा के लिए किसी को भी अनुमति नहीं होगी, केवल तीर्थ-पुरोहित ही पूजा करेंगे.
स्थानीय जिले के निवासी भी मंदिरों में पूजा-पाठ के लिए नहीं जा सकेंगे. मुख्यमंत्री ने कहा कि नियमित समय पर ही चारधाम के पट खुलेंगे और तीर्थ-पुरोहित ही पूजा करेंगे बाकी देश के लोगों के लिए चारधाम यात्रा अभी बंद है. पूरे देश में इस समय कोरोना के मामले बढ़ रहे हैं. उत्तराखण्ड में भी लगातार कोविड के मामलों में बढ़ोतरी हो रही है. इसी क्रम में तय हुआ है कि अभी चारधाम यात्रा को स्थगित रखा जाए. उत्तराखंड सरकार के मुताबिक लोगों की सुरक्षा सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता में शामिल है. राज्य सरकार की ओर से कोविड-19 से लड़ाई में हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं.