Devshayani Ekadashi 2023: हिंदू धर्म में चातुर्मास का बहुत ही खास महत्व है. क्योंकि चातुर्मास में शुभ कार्यों पर रोक लगा दी जाती है. ऐसा इसलिए, क्योंकि भगवान विष्णु चार माह के लिए योग निद्रा में चले जाते हैं. वहीं दिनांक 29 जून को देवशयनी एकदाशी से चातुर्मास शुरु होने जा रहा है. जिससे विवाह और शुभ कार्यों पर विराम लग जाएगा. वहीं दिनांक 28 जून के बाद ही 148 दिनों तक कोई भी शुभ मुहूर्त के योग नहीं है. बता दें, 29 जून को देवशयनी एकादशी से चातुर्मास शुरु होने के साथ ही विवाह और शुभ कार्यों में विश्राम लग जाएगा. 28 जून के बाद ही 148 दिनों तक कोई शुभ मुहूर्त का योग नहीं है. बता दें, इस बार सावन दो बार है और चातुर्मास में कुछ व्रत और त्योहार पड़ रहे हैं, जिसके बारे में जानना बेहद जरूरी है. तो ऐसे में आइए आज हम आपको अपने इस लेख में बताएंगे कि चातुर्मास में कितने शुभ योग बन रहे हैं.
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इस बार सावन दो बार है
साल 2023 में सावन मास में अधिकमास है, जिसमें दो सावन महीने हैं. दूसरा सावन महीना दिनांक 2 अगस्त से शुरु हो रहा है और ये दिनांक 31 अगस्त तक चलेगा. वहीं इस बार चातुर्मास दिनांक 29 अगस्त से शुरु होकर दिनांक 23 नवंबर तक चलेगा और फिर दिनांक 23 नवंबर को देवउठनी के साथ शुभ कार्य शुरु हो जाएंगे.
जानिए चतुर्मास के प्रमुख व्रत और त्योहार
चतुर्मास के दौरान कई प्रमुख त्योहार और व्रत है. इस दौरान सावन, रक्षा बंधन, नागपंचमी, गणेशोत्सव, नवरात्रि, जन्माष्टमी, गणेश चतुर्थी, राधा अष्टमी, कजली तीज, हरतालिका, अनंत चतुर्दशी, ऋषि पंचमी व्रर त्योहार होंगे. लेकिन श्रावण अधिमास होने पर यह चातुर्मास पांच महीने का चातुर्मास होगा.
जून के कुछ दिनों में है शुभ योग
दिनांक 25 और 30 जून तो सर्वार्थ सिद्धि योग के साथ अमृत सिद्धि और दिनांक 25 ,27, 28 जून को रवि योग बनेंगे. दिनांक 25 जून को त्रिपुष्कर योग भी रहेगा. इसके बाद 148 दिनो का योग निकलने के बाद ही शादियां व मांगलिक कार्य आरंभ हो जाएगा.