शुक्रवार यानी आज भगवान विष्णु को समर्पित देवशयनी एकादशी है. देवशयनी एकादशी को पद्मा एकादशी भी कहा जाता है. वेद-पुराणों में कहा गया है कि देवशनयी एकदाशी से भगवान विष्णु चार महीने के लिए निद्रा में चले जाते हैं. यानी चार महीने तक भगवान विष्णु सोए रहते हैं. इस एकादशी के साथ चतुर्मास भी प्रारंभ हो जाएगा.
देवशयनी एकादशी को तीन दुर्लभ संयोग बन रहा है. मतलब अगर आप आज देवशयनी एकादशी का व्रत करते हुए विष्णु की आराधना करते हैं तो तमाम कामना पूरी होगी.
1. इस बार देवशयनी एकादशी का शुभ योग दोपहर 3.57 बजे से शुरू हो रहा है. जो अगले दिन तक रहेगा. इस योग में श्रीहरि विष्णु की पूजा भी उत्तम फल देने वाली होती है. कोई भी मांगलिक कार्य इस योग में करने से फलदायी होगा.
2. इसके अलावा एक दुर्लभ संयोग यह है कि देवशयनी एकादशी शुक्रवार को पड़ रही है. यह दिन माता लक्ष्मी को समर्पित है, जोकि भगवान विष्णु की पत्नी हैं. इस दिन व्रत करने से माता लक्ष्मी और भगवान विष्णु दोनों का आशीर्वाद प्राप्त होगा.
3. 12 जुलाई को पड़ने वाले पद्मा एकादशी का तीसरा संयोग है रवि योग. शुक्रवार के अलावा एकादशी रवि योग में पड़ रहा है. सूर्य का आशीर्वाद के कारण धार्मिक और नवीन कार्य शुभ फलदायी होगा. सभी अशुभ दूर हो जाएंगे.