दिवाली के दिन हमारे घरों में भगवान गणेश और लक्ष्मी की पूजा की जाती है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि आखिर लक्ष्मी के साथ विष्णु की पूजा न होकर गणेश भगवान की पूजा क्यों होती है?
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हिंदु धर्म की परंपराओं के अनुसार, गणपति भगवान को ऋद्धि-सिद्धि के अधिपति और मां लक्ष्मी को धन-संपत्ति की देवी कहा जाता है। इनकी कृपा होने के बाद संसार का सारा सुख मिल जाता है। ऐसा माना जाता है कि ये किसी भक्त या एक स्थान पर अधिक समय तक नहीं टिकती हैं। इसलिए हर घर दिवाली के दिन इनकी स्थापना ऐसे मुहूर्त में करना चाहता है, जिसकी वजह से भगवती लक्ष्मी उनके यहां वास करने लग जाएं।
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शास्त्रों के अनुसार, मान्यता है कि माता लक्ष्मी उसी के पास टिकती हैं, जिसके पास बुद्धि होती है। यही वजह है कि लक्ष्मी एवं गणपति की एक साथ पूजा का विधान है जिससे धन और बुद्धि एक साथ मिले।
Source : News Nation Bureau