Diwali 2019: दिवाली के दिन इन बातों का रखें ध्यान, बरसेगी मां लक्ष्मी की कृपा

इस साल 27 अक्टूबर को दीपावली का त्यौहार मनाया जाएगा. कार्तिस मास के कृष्ण पक्ष की अमावस्या के दिन प्रदोष काल में दीवाली का त्यौहार मनाया जाता है.

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Vineeta Mandal
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Diwali 2019: दिवाली के दिन इन बातों का रखें ध्यान, बरसेगी मां लक्ष्मी की कृपा

Diwali 2019( Photo Credit : (फाइल फोटो))

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इस साल 27 अक्टूबर को दीपावली का त्यौहार मनाया जाएगा. कार्तिस मास के कृष्ण पक्ष की अमावस्या के दिन प्रदोष काल में दीवाली का त्यौहार मनाया जाता है. इस दिन भगवान गणेश और माता लक्ष्मी के साथ धन के देवता कुबेर की पूजा की जाती है. हिंदु धर्म की परंपराओं के अनुसार, गणपति भगवान को ऋद्धि-सिद्धि के अधिपति और मां लक्ष्मी को धन-संपत्ति की देवी कहा जाता है. इनकी कृपा होने के बाद संसार का सारा सुख मिल जाता है.

वहीं पौराणिक कथाओं के मुताबिक, भगवान राम लंका पर विजय प्राप्त करके अयोध्या वापस लौटे थे. राम के लौटने के बाद पूरे अयोध्या को दीपों से सजाया गया था इसलिए भी दिवाली का त्यौहार मनाया जाता है.

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हिंदुओं का प्रमुख त्योहार दीवाली सुख समृद्धि का प्रतीक माना जाता है. हर परिवार दिवाली की रात इसी कामना से लक्ष्मी पूजन करता है कि लक्ष्मी मां उस पर अपनी कृपा बनाए रखें. लेकिन एक बात बहुत कम लोग जानते हैं जिसे न करने पर लक्ष्मी स्थाई तौर पर कभी नहीं टिकती.

इन उपायों को अपनाकर घर में बुलाएं मां लक्ष्मी को-

1. लक्ष्मी और गणेश की मूर्तियों दिशा पर विशेष ध्यान दें और मूर्तियां रखते समय विष्णु भगवान और गणेश भगवान की जगह का खास ख्याल रखें.

2. जब भी आप लक्ष्मी औऱ गणेश का पूजन कर रहे हों तो ध्यान रखें कि लक्ष्मी जी गणेश जी के दाईं तरफ न विराजें. दरअसल पत्नी ही दाईं तरफ विराजमान होती हैं इसलिए गणेश जी को लक्ष्मी जी के बाईं तरफ विराजमान करें और पूजा करें.

3. दीपावली की रात माता लक्ष्मी और गणेश भगवान का पूजन किया जाता है. लेकिन यह ध्यान रखें कि लक्ष्मी मां की पूजा विष्णु भगवान के साथ ही करनी चाहिए.

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4. घर की सफाई का भी विशेष ध्यान रखें और आप चाहें तो लक्ष्मी विष्णु को एक साथ विराजमान करा सकते हैं और उसी चौकी पर साथ में या अलग से गणेश जी को भी स्थापित कर सकते हैं. इसके बाद लक्ष्मी और गणेश की आरती करना ना भूलें.

5.  हिंदु मान्यता के अनुसार लक्ष्मी माता वहीं स्थाई तौर पर टिक सकती हैं जहां पहले विष्णु भगवान की पूजा होती है. विष्णु लक्ष्मीपति हैं और लक्ष्मी उनके बिना कहीं नहीं टिक सकती. अगर लक्ष्मी पूजन में भगवान विष्णु का आह्वान न किया जाए तो लक्ष्मी रूठ जाती हैं.

6. दिवाली पूजा में गणेश और लक्ष्मीजी को लड्डू का भोग जरूर लगाएं.

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