जन्मकुंडली में ग्रहों की दशा आपकी शादी के बारे में सारी जानकारी देती है. आपकी शादी कब होगी, शादी देरी से होगी या जल्दी या आपको शादी के बाद संघर्ष करना पड़ेगा ये सब कोई भी विद्वान आपकी कुंडली देखकर बता सकता है. अगर आपकी शादी नहीं हो रही या शादी का रिश्ता बार-बार पक्का होकर टूट रहा है तो इसकी वजह आपकी कुंडली के ग्रह दोष हो सकते हैं. आप कुछ उपाय कर अपनी इस समस्या का समाधान पा सकते हैं. किस तरह के उपाय से आपकी शादी से जुड़ी किस समस्या का नवारण होगा आइए जानते हैं.
चंद्रमा की स्थिति मजबूत करने के लिए
चंद्र ग्रह के लिए सोमवार के दिन उपाय करने चाहिए. कुंडली में अगर चंद्र बुरी स्थिति में हो तो सोमवार के दिन आपको भगवान शिव को दूध और जल मिलाकर अभिषेक करना चाहिए. इससे शादी में आप रही बाधाएं दूर होती हैं.
मंगल के प्रभाव से आ रही है शादी में रुकावट
अगर आपकी शादी में मंगल दोष है या कुंडली में मंगल ग्रह की स्थिति कमजोर है तो आपको उज्जैन के मंगलनाथ मंदिर में जाकर ‘शांति भात पूजा’ करवानी चाहिए. इससे आपको शुभ फल मिलेंगे. इसके अलावा आप किसी प्राचीन हनुमान मंदिर में मंगलवार के दिन जाकर हनुमान बाबा को चोला भी चढ़ा सकते हैं इससे कुंडली की मंगल बाधा दूर होती है.
कुंडली में गुरु की स्थिति मजबूत करने के लिए
कुंडली में सातवें भाव में स्थित गुरु अगर बुरे फल दे रहा हो तो छुटकारा पाने के लिए गुरुवार को या त्रयोदशी के दिन शिव सहस्त्रनाम का पाठ करें. इसे आपकी शादी ये योग जल्द बनेंगे.
कुंडली में शुक्र की स्थिति मजबूत करने के लिए
जब जन्म कुंडली के सातवें भाव में शुक्र स्थित हो, तब शुक्रवार को कच्चे दूध में जल मिलाकर भगवती दुर्गा का या महालक्ष्मी स्वरूप का अभिषेक करना चाहिए और देवी अथर्वशीर्ष स्तोत्रम का पाठ करना चाहिए.
कुंडली में शनि दोष दूर करने के लिए
शनि ग्रह द्वारा निर्मित बाधाओं के निवारण के लिए, शीघ्र विवाह का संकल्प लेकर, सरसों के तेल में केसर मिलाकर, शनिवार और अमावस्या को भगवान शनि को दीप दान करना चाहिए.
कुंडली में सूर्य की स्थिति मजबूत करने के लिए
सूर्य द्वारा निर्मित विवाह बाधा की शांति के लिए, रविवार के दिन भगवान विष्णु सहस्त्रनाम का पाठ करना चाहिए।