धन यानि लक्ष्मी धनतेरस यानि धन को तेरह गुणा करने का दिन। हिंदू धर्म की मान्यताओं के मुताबिक धनतेरस के दिन अपने घर लक्ष्मी लाने से यानि नया सामान खरीदने से आपका धन आपकी संपत्ति तेरह गुणा बढ़ जाती है धनतेरस पर नई चीजें खरीदना काफी शुभ माना जाता है खास कर सोना और चांदी खरीदना यही वजह है कि लोग इस दिन बढ़-चढ़ कर खरीदारी करते हैं लेकिन आपको शायद ही मालूम होगा कि आखिर धनतेरस के पीछे की कहानी क्या है। हम किस वजह से धनतेरस मनाते हैं और इस खास दिन को आखिर धनतेरस क्यों कहते हैं?
ऐसी मान्यता है कि जब देवता और राक्षस सागर मंथन कर रहे थे तो देवताओं को डर सता रहा था इसीलिए देवताओं के आह्वान पर खुद भगवान विष्णु ने धनवंतरी का अवतार लिया और भगवान धनवंतरी अपने हाथों में स्वर्ण कलश लेकर उत्पन्न हुए। उसी कलश में भरे हुए अमृत ने देवताओं को अमर बना दिया था भगवान धनवंतरी के प्रकट होने के उपलक्ष्य में धनतेरस का त्योहार मनाया जाता है।
भगवान धनवंतरी के उत्पन्न होने के दो दिनों बाद ही धन की देवी लक्ष्मी भी सागर मंथन के दौरान प्रकट हुईं थीं इसलिए धनतेरस के दो दिन बाद दीपावली का त्योहार मनाया जाता है। एक दूसरी मान्यता ये है कि कार्तिक कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी के दिन ही भगवान धनवंतरी उत्पन्न हुए थे इसलिए इस दिन को धनतेरस के नाम से जाना जाता है। वहीं पंडितों में इस बात को लेकर मतभेद है।
कुछ पंडितों के मुताबिक भगवान धनवंतरी ने देवताओं को अमृत पिलाकर अमर बना दिया था इसलिए उन्हें चिकित्सा यानि की बीमार का ईलाज करने का भी देवता माना जाता है और इनकी भक्ति औऱ पूजा से लोगों को आरोग्य सुख यानि स्वास्थ्य लाभ मिलता है। वहीं कुछ पंडितों का मानना है कि भगवान धनवंतरी अपने हाथ में कलश लेकर उत्पन्न हुए थे इसीलिए इस दिन बर्तन खरीदने की परंपरा है हालांकि इस दिन लोग सिर्फ सोना-चांदी और बर्तन ही नहीं बल्कि धातु के और भी कई सामान खरीदते हैं।
धनतेरस पर नया सामान खरीदने के अलावा शाम को घर के बाहर मुख्य द्वार पर और आंगन में दीप जलाने की भी प्रथा है तो आप भी धनतेरस को ना सिर्फ अपने घर नया सामान लाएं बल्कि अपने जीवन में सुख, समृद्धि और स्वास्थ्य का वरदान पाएं।
Source : News Nation Bureau