भगवान शिव शंकर के सबसे प्रिय माह सावन में तंत्र-मंत्र की शक्तियों पर विजय पाया जा सकता है. इन्हीं शक्तियों के प्रयोग से आप अपने सारे कष्ट भी दूर कर सकते हैं. सिर्फ आपको को इतना करना है कि भगवान शिव के पांचवें अवतार कालभैरव की पूजा करें और उनके प्रिय वाहन कुत्ते को खुश कर दें. आइए पहले भैरव जी के बारे में जान लें..
जो व्यक्ति भैरव बाबा के भक्तों पर बुरी नज़र रखता है, उसकी रक्षा तीनों लोकों में कोई नहीं कर सकता. काल भी इनके भय से थर-थर कांपता है. इनके हाथों में त्रिशूल, तलवार और डंडा सदा रहता है इसलिए इन्हें दंडपाणि भी कहा जाता है. भैरव बाबा का वाहन कुत्ता है. हम सभी जानते हैं कि कुत्ते में अद्भुत शक्तियां होती हैं.
शकुन शास्त्र में कुत्ते को शकुन रत्न माना जाता है क्योंकि कुत्ता इंसान से भी अधिक वफादार, भविष्य वक्ता और अपनी हरकतों से शुभ-अशुभ का भी ज्ञात करवाता है.इस ब्रह्मांड में व्याप्त नकारात्मक शक्तियों को निष्क्रिय बनाने की ताकत कुत्ते में समाहित है.
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काला कुत्ता सबसे ज्यादा उपयोगी और शुभ सिद्ध होता है. जिस घर में काला कुत्ता होता है वहां धन का अभाव नहीं रहता और उस घर में ऊपरी शक्तियों का प्रभाव खत्म हो जाता है.
आर्थिक तंगी ऐसे दूर करें
- शनि, राहू-केतु जैसे ग्रहों की अशुभ प्रभाव को दूर करने के लिए रात में अंतिम रोटी पर सरसों का तेल लगाकर काले कुत्ते को खिलाएं. यदि काला कुत्ता न खाए या न उपलब्ध हो तो किसी दूसरे कुत्ते को खिलाकर इस उपाय को कर सकते हैं.
- घर की रसोई में पहली रोटी सेंकने के बाद उसमें शुद्ध घी लगाकर चार टुकड़े कर लें और चारों टुकड़ों पर खीर अथवा चीनी या गुड़ रख लें. इसमें एक को गाय को, दूसरा कुत्ते को, तीसरा कौवे को और चौथा किसी जरूरतमंद को दे दें.
- कुत्ते को रोटी खिलाने से शत्रु भय दूर होगा, कौवे को रोटी खिलाने से पितृदोष और कालसर्प दोष दूर होगा और अंतिम रोटी का टुकड़ा किसी गरीब या भूखे को भोजन के साथ खिलाने से आर्थिक कष्ट दूर होंगे और बिगड़े काम बनने लगेंगे.