Mirror Vastu Tips: घर की सकारात्मक ऊर्जा का संबंध आपके घर में रखे ड्रेसिंग टेबल से है. अगर आप चाहते हैं कि आपके घर में किसी तरह की कोई परेशानी ना आए, काम में रुकावटें ना आएं जीवन में तरक्की के मार्ग खुलते जाएं तो आप अपने घर में शीशे का प्लेसमेंट वास्तु के अनुसार करें. शीशा घर में रखी ऐसी चीज़ है जिसका इस्तेमाल छोटा-बड़ा हर कोई दिन में कम से कम 2-3 बार करता है. ऐसे में पढ़ाई-लिखायी की बात हो या फिर घर में सुख शांति की या नौकरी और व्यापार से जुड़ी ऊर्जा के बारे में बात करें, अगर आपने सही दिशा में अपने घर में आईना लगाया है (dressing table ghar me kaha rakhe) तो आपकी आधी से ज्यादा समस्याएं आने से पहले ही दूर हो जाती हैं.
इस दिशा में शीशा रखने से होती हैं दुर्घटनाएं
आईना एक ऐसी ची ज है जो जल का प्रतिनिधित्व करता है. अगर आप शीशे को दक्षिण-पूर्व दिशा में रखते हैं तो यह ऐसा है जैसे आप जल तत्व को अग्नि के इलाके में रख रहे हैं. पानी आग को बुझाता है, इसलिए यह दक्षिण-पूर्व(SE) दिशा में नकारात्मक प्रभावों को पैदा करेगा. यह परिवार में दुर्घटना और चोट की वजह बनेगा. घर में शुभ अवसरों पर अजीब-सी रुकावटें पैदा हो सकती हैं.
इस दिशा में शीशा रखने से बढ़ते हैं खर्चे
दक्षिण-दक्षिण-पश्चिम (SSW) क्षेत्र में रखा आईना वाला ड्रेसिंग टेबल एक्सटेंशन इफेक्ट उत्पन्न करेगा और खर्चे बढ़ा देता है. इस कमरे में सोने वाले लोगों की काम करने की शक्ति कम हो जाती है. साथ ही आप चाहे कितना भी अच्छा कॉस्मेटिक, कैसी भी बढिय़ा तकनीक से लगाएं, आपका मनचाहा लुक नहीं मिलेगा.
इस दिशा में शीशा रखने से रिश्तों में कड़वाहट आती है
ड्रेसिंग टेबल अगर दक्षिण-पश्चिम (SW) में रखा है तो इसके स्पेस बढ़ा देने के प्रभाव के कारण समस्याएं उत्पन्न होती हैं. पार्टनर से उम्मीदें बढ़ जाती हैं और फिर वह पूरा नहीं होने पर रिश्तों में कड़वाहट आने लगती है। खासकर नव विवाहित महिलाओं के लिए जरूरी है कि आईना उत्तर-पूर्वी दीवार के साथ बदल दें.
इस दिशा में शीशा रखने से मिलते हैं सारे सुख
अगर आपका बेडरूम पश्चिम दिशा में है तो आप दर्पण को उत्तरी, दक्षिणी या पूर्वी दीवारों के साथ टिका सकते हैं, कोई नेगेटिव असर नहीं होगा.
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(Disclaimer: यहां दी गई जानकारियां धार्मिक आस्था और लोक मान्यताओं पर आधारित हैं। न्यूज नेशन इस बारे में किसी तरह की कोई पुष्टि नहीं करता है। इसे सामान्य जनरुचि को ध्यान में रखकर यहां प्रस्तुत किया गया है।)