Durga Visarjan 2020: नवरात्र का परायण हो चुका है और अब लोग दशहरा के उत्सव में व्यस्त हो गए हैं. 26 अक्टूबर को मां दुर्गा का विसर्जन किया जाएगा. शारदीय नवरात्र (Navratra) के मौके पर पंडालों में स्थापित मां दुर्गा की प्रतिमाओं का दशहरा के बाद विसर्जन किया जाता है. 26 अक्टूबर यानी कल सुबह 06:29 बजे से विसर्जन का मुहूर्त शुरू हो जाएगा और सुबह 8:43 बजे तक रहेगा. 26 अक्टूबर सुबह 9 बजे दशमी तिथि का समापन हो जाएगा. 26 अक्टूबर रात 1:28 बजे से श्रवण नक्षत्र लग जाएगा. बंगाल में कल ही एकादशी तिथि को सिन्दूर खेला का आयोजन किया जाएगा.
दुर्गा मूर्ति विसर्जन
- सुबह 6.30 बजे से 8.35 बजे तक.
- सुबह 10.35 बजे से 11.30 बजे तक.
सिंदूर खेला
पश्चिम बंगाल में सिंदूर खेला की पंरपरा सदियों से चली आ रही है. बंगाली समाज में सिंदूर खेला का बड़ा महत्व है. माना जाता है कि मां दुर्गा साल में एक बार अपने मायके आती हैं और वह अपने मायके में 10 दिन रुकती हैं, इसी दौरान दुर्गा पूजा मनाया जाता है.
यह भी कहा जाता है कि करीब 450 साल पहले पश्चिम बंगाल और बांगलादेश के कुछ हिस्सों में महिलाओं ने मां दुर्गा, सरस्वती, लक्ष्मी, कार्तिकेय और भगवान गणेश की पूजा के बाद उनके विसर्जन से पूर्व उनका शृंगार किया और मीठे व्यंजनों का भोग लगाया. इस दौरान महिलाएं 16 शृंगार से सजीं और मां को लगाए सिंदूर से अपनी और दूसरी विवाहित महिलाओं की मांग भरी. ऐसी मान्यता है कि मातारानी इससे खुश होकर सौभाग्य का वरदान देती हैं.
Source : News Nation Bureau