उत्तर प्रदेश में ईद, अक्षय तृतीया और परशुराम जयंती को लेकर पुलिस की चाक चौबंद व्यवस्था की गई है. इसे लेकर उत्तर प्रदेश के एडीजी लॉ एंड ऑर्डर प्रशांत कुमार ने कहा कि सभी धर्मगुरुओं से वार्ता हो गई है. पुलिस-प्रशासन और धर्मगुरुओं की ओर से यह अपील की जा चुकी है कि परंपरागत तरीके से सभी त्योहार मनाए जाने हैं. कोई भी सार्वजनिक स्थल बाधित नहीं होना चाहिए. धर्मगुरुओं की अपील और आपसी मदद से धार्मिक जगह से भी लाउडस्पीकर हटाए गए और उनकी आवाज भी कम की गई है.
सोमवार की रात को ईद के चांद का दीदार हो गया है. अब देश में मंगलवार को ईद का त्योहार मनाया जाएगा. रविवार को सऊदी अरब में ईद का चांद न दिखने की वजह से वहां ईद मनाई गई. लोगों ने आज चाद का दीदार कर लिया है और अब 3 मई को ईद मनाई जाएगी. साल में ईद का त्योहार एक बार आता है. इस त्योहार की अहमयित रमजान से है, क्योंकि पूरे शिद्दत के साथ सभी मुसलमान एक महीना रोजा रखते हैं और ईद उल फित्र का त्योहार बड़े हर्षोउल्लास के साथ मनाते हैं.
एडीजी प्रशांत कुमार ने आगे कहा कि ईद में 7436 ईदगाह और 19,949 मस्जिदों समेत कुल 31151 जगहों पर नमाज अदा होगी. संवेदनशीलता के आधार पर 2846 स्थानों को व्यापक व्यवस्था की गई है. हमारी धर्मगुरुओं और लोगों के साथ बैठक हो चुकी हैं. अब तक सहमति पर 60,178 स्पीकर हटाए जा चुके हैं. उतने ही लाउडस्पीकर की आवाज कम की जा चुकी है.
Source : News Nation Bureau