End of Kaliyuga: गरुड़ पुराण में कलयुग के अंत के बारे बताए गए हैं ये 5 संकेत

End of Kaliyuga: क्या आप जानते हैं कि आप जिस कलयुग में जी रहे हैं उसका अंत कैसा होगा. अगर आपकी उम्र लंबी हुई तो आप अपने सामने इस तरह से कलयुग का अंत होते देखेंगे.

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Inna Khosla
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End of Kaliyuga

End of Kaliyuga( Photo Credit : social media)

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End of Kaliyuga: एक बार गरुड़ जी ने भगवान श्रीकृष्ण से पूछा हे प्रभु चारों युगों में कलयुग को ही सबसे भयंकर और दुःखकारक माना गया है, इस कलयुग का अंत कैसे होगा और कलयुग का अंत समय निकट आने पर कौन से संकेत दिखाई देंगे? तब भगवान श्रीकृष्ण ने गरुड़ जी को कलयुग के अंत के समय मिलने वाले भयानक संकेतों के बारे में बताया है. जब पृथ्वी पर चारों तरफ ऐसे संकेत दिखाई दें तो मनुष्य को समझ जाना चाहिए कि कलयुग का अंत निकट आ चुका है और अब सृष्टि का अंत प्रलय से होगा.

सबसे पहला संकेत भगवान श्रीकृष्ण के अनुसार, कलयुग का अंत समय निकट आने पर मनुष्य की आयु घटकर केवल 20 वर्ष ही शेष रह जाएगी. 12 वर्ष की आयु में ही मनुष्य के बाल पक जाएंगे. उनका शरीर अत्यंत कमजोर और सफेद रंग का होगा. कलयुग में स्त्री आठ या नौ वर्ष की आयु में ही संतान को जन्म देगी. कलयुग की औरते बहुत ही क्षीण और छोटे शरीर वाली लेकिन अधिक भोजन करने वाली होगी. 

कलयुग में स्त्री कम संतान को उत्पन्न करने वाली और अत्यंत क्रोधी स्वभाव की होगी. वह अपनी संतान को दूध भी नहीं पिलाएगी और न ही उसका पालन पोषण करेगी. 

दूसरा संकेत भगवान श्रीकृष्ण कहते हैं, कलयुग का अंत समय निकट आने पर संसार में पतिव्रता स्त्रियां दिखाई नहीं पड़ेगी. एक ही स्त्री कई पुरुषों से विवाह करेगी. लोग पूजा पाठ, श्राद्ध, अंतिम संस्कार, मुंडन और विवाह आदि प्रकार के कार्य नहीं करेंगे. जल के अभाव के कारण लोग स्नान नहीं करेंगे और अशुद्ध ही रहेंगे. कलयुग के अंत में लोग केवल मांसाहारी करेंगे और कोई भी सात्विक आहार नहीं करेगा. कलयुग में लोगों के वस्त्र तने हुए और चमकीले होंगे. 

तीसरा संकेत श्रीकृष्ण के अनुसार, जब कलयुग का अंत समय निकट आएगा तो वृक्षों में फल आना बंद हो जाएंगे. सभी वृक्ष फल रहित हो जाएंगे. सृष्टि में हर तरफ केवल शमी के वृक्ष ही दिखाई देंगे. मनुष्य शाकाहार छोड़कर केवल मांस का ही भक्षण करेंगे. कलयुग का भोजन तामसिक और रोग उत्पन्न करने वाला होगा. इसी कारण से लोग जल्दी ही बूढ़े होकर मर जाएंगे. 

कलयुगी मनुष्य गाय की पूजा करना बंद कर देंगे, सभी गाय का मांस खाएंगे. गायों को केवल दूध और मांस के लिए ही पाला जाएगा. 

चौथा संकेत, कलयुग का अंत समय निकट आने पर अल्पवृष्टि होगी अर्थात बहुत ही कम बारिश होगी. खेत अनाज नहीं उगा पाएंगे, धान्य का आकार बहुत ही छोटा होगा और फलों में रस भी उत्पन्न नहीं होगा. मनुष्य भूख और प्यास के कारण ही मरने लगेंगे. मनुष्य को केवल बकरियों का दूध ही प्राप्त होगा. 

पांचवां संकेत, जब कलयुग का अंत होने वाला होगा तब भगवान विष्णु सूर्य के किरणों में विराजमान होकर पृथ्वी का सम्पूर्ण जल सोख लेते हैं. आकाश में चारों तरफ सात सूर्य दिखाई देंगे. सूर्यो के प्रभाव से सम्पूर्ण सृष्टि जलकर खाक हो जाएगी. तत्पश्चात रुद्र रूपी भगवान विष्णु सम्पूर्ण संसार को दग्ध करके अपने श्वास से मेघों को उत्पन्न करेंगे और ये मेघ भयंकर गर्जना करते हुए अगले 100 वर्षों तक आकाश से जल की वर्षा करेंगे और सृष्टि की उस भयंकर अग्नि को शांत कर देंगे. अग्निशान्त होने पर वे मेघ सम्पूर्ण जगत को जल में डुबो देते हैं और इस प्रकार से कलयुग का अंत हो जाता है और फिर परमात्मा अपनी इच्छा मात्र से पुनः सृष्टि में जीव की उत्पत्ति करते हैं.

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(Disclaimer: यहां दी गई जानकारियां धार्मिक आस्था और लोक मान्यताओं पर आधारित हैं. न्यूज नेशन इस बारे में किसी तरह की कोई पुष्टि नहीं करता है. इसे सामान्य जनरुचि को ध्यान में रखकर यहां प्रस्तुत किया गया है.)

Source :News Nation Bureau

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