राम मंदिर निर्माण से लोगों की आस्था इस कदर जुड़ गई है कि वह अपना सब कुछ देने के लिए तैयार हैं. ऐसा ही वाकया ऋषिकेश में फक्कड़ बाबा के द्वारा स्टेट बैंक की ऋषिकेश शाखा में पहुंचने पर सामने आया जब 80 साल के संत ने राम मंदिर निर्माण के लिए एक करोड़ का चेक बैंक कर्मचारियों को सौंपा. पहले तो स्टेट बैक के कर्मचारियों को विश्वास नहीं हुआ पर खाते की जांच के बाद 83 साल के फक्कड़ बाबा स्वामी शंकरदास के अकाउंट में पर्याप्त रकम पाई गई. उधर, गोंडा में क्लास तीन की छात्रा कनिष्का आर्या ने एलकेजी से इकट्ठा किये गुल्लक के पैसों को समर्पण निधि कैम्प में जमा कर सबको चौंका दिया. सभी लोगों ने श्रीराम के प्रति इस नन्हीं बच्ची के समर्पण भावना को सराहा. दूसरी ओर, एक चार्टर्ड अकाउंटेंट युवती सुनिधि अग्रवाल ने भी अपनी पहली सैलेरी 75 हजार रुपए को समर्पण निधि में जमा किया.
492 साल इंतजार के बाद सर्वोच्च न्यायालय के फैसले के साथ ही अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण शुरू हुआ तो उसमें सहयोग देने में हिन्दुस्तानी मुसलमान भी पीछे नहीं रहे. आरएसएस प्रचारक इन्द्रेश कुमार के साथ नजमा परवीन और मुस्लिम राष्ट्रीय मंच के कार्यकर्ता भी समर्पण निधि कार्यक्रम में जुटे हुए हैं. कई जिलों के मुसलमानों ने भी दिल खोलकर राम मंदिर के लिए दान दिया है. ऐसा कर मुसलमानों ने कट्टरपंथियों को करारा जवाब दिया है. मुसलमानों ने बता दिया है कि हिन्दुस्तान की संस्कृति में जब भी धर्मस्थल बनता है उसमें सबकी भागीदारी रहती है. नजमा परवीन का कहना है कि इस समर्पण अभियान से जो भी जुड़ रहा है, वो अपने आप को खुशनसीब समझ रहा है.
श्री राम जन्मभूमि तीर्थक्षेत्र के कोषाध्यक्ष स्वामी गोविंद देव गिरि ने जानकारी दी है कि राम मंदिर निर्माण के लिए मकर संक्रांति से चल रहे निधि समर्पण अभियान में ‘जन-जन के राम’ की अवधारणा की पुष्टि हो रही है. समर्पण अभियान को लेकर दिख रहे उत्साह से अंदाजा लगाया जा सकता है कि पूरे देश से राममंदिर निर्माण के लिए 1,590 करोड़ की धनराशि जमा हो चुकी है.
गुजरात के भरुच से खबर है कि श्रीमती भारती पटेल ने अपने स्वर्गवासी पति निलेष पटेल की अंतिम इच्छा की पूर्ति करने के लिए भगवान श्रीराम के भव्य मंदिर निर्माण के लिए मृत शरीर के हाथों से दान करवाया. भारती बेन कहना है कि मेरे पति की इच्छा थी कि राम मंदिर के लिए वे कुछ करें. उनके देहात के बाद हमने उनकी इच्छा पूरी की.
लखनऊ से रिपोर्ट है कि शिया यतीमखाने पर आरएसएस प्रचारक इंद्रेश कुमार को बड़ी संख्यां में अनाथ बच्चों ने अपने बचत को एक गुलक मे सहेजकर राम मंदिर निर्माण के लिए दान दिया. इनके अलावा बड़ी संख्या में मुस्लिम समाज के लोगों ने राम मंदिर निर्माण के लिए निधि दी तो वसीम रिजवी ने उनका स्वागत किया और कहा, 'यह असदुद्दीन ओवैसी जैसे लोगों को बड़ा तमाचा जैसा है, जो विघटनकारी राजनीति करते हैं.' वहीं इंद्रेश कुमार ने कहा, 'वो दिन दूर नहीं जब हमारा एक मकान और दुकान लखनऊ में तो एक मकान और दुकान लाहौर में होगी. देश और राम मंदिर के निर्माण में मुस्लिम भाइयों का बड़ा सहयोग है, जिसे ओवैसी और आचार्य प्रमोद कृष्णम जैसे लोग बर्बाद करने पर तुले हैं.' प्रियंका गांधी के मंदिर जाने पर इंद्रेश कुमार ने कहा, अब सब को देश की आस्था का सम्मान करना पड़ेगा.
Source : News Nation Bureau