अयोध्या में भव्य राम मंदिर निर्माण के लिए चंदा जुटाने का अभियान शुरू किया जा रहा है. इसके लिए राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट की ओर से शनिवार को विश्व हिंदू परिषद के प्रांत कार्यालय केसर भवन में काशी प्रांत का पहला संत सम्मेलन आयोजित किया गया. इसी तरह का दूसरा सम्मेलन 21 दिसंबर को वाराणसी के बाबा बालक दास आश्रम में होगा. ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने बताया कि 14 जनवरी से 27 फरवरी 2021 तक ट्रस्ट की ओर से समर्पण अभियान चलाया जाएगा. चंदा जुटाने के अभियान की शुरुआत राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री और उपराष्ट्रपति से की जाएगी. इसके अलावा सभी शहरों में चंदा जुटाने की शुरुआत वहां के प्रथम नागरिक मेयर आदि से की जाएगी. चंदे के लिए 5 लाख से अधिक गांवों में 12 करोड़ हिन्दू परिवारों के 55 करोड़ सदस्यों को जोड़ा जाएगा. पूरे देश में एक लाख लोगों की टोली चंदा जुटाएगी और हर टोली में 3-3 लोग होंगे.
अगले साल मकर संक्रांति यानी 15 जनवरी से चंदा जुटाने का काम शुरू कर दिया जाएगा. विहिप के मीडिया प्रभारी अश्विनी मिश्रा ने बताया, हिंदू समुदाय के अधिकतम लोगों तक पहुंचने के लिए साधु-संत एक रणनीति तैयार कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि RSS कार्यकर्ताओं और अन्य हिंदू संगठन के कार्यकर्ताओं के साथ-साथ विहिप के स्वयंसेवक शहर, ट्रांस गंगा, ट्रांस यमुना और पड़ोसी क्षेत्रों में धन संग्रह के लिए हिंदू समुदाय के हर सदस्य तक पहुंचने का प्रयास करेंगे.
चंपत राय ने कहा, यह कोई कंक्रीट का मंदिर नहीं है. राम मंदिर के निर्माण में बड़े से बड़े विशेषज्ञों की राय ली जा रही है. हमें किसी से कुछ मांगने की आवश्यकता नहीं है. भगवान के लिए अपनी सामर्थ्य के अनुसार समाज स्वयं देगा. शनिवार के सम्मेलन की अध्यक्षता करते हुए ट्रस्ट के सदस्य स्वामी वासुदेवानंद सरस्वती बोले, हमें तो प्रभुराम की सेवा के लिए सबसे सहयोग लेना है, सबको जागृत करना है. हम भीख मांगने नहीं जा रहे हैं. भीख मांगना होगा तो खप्पर में दो रोटी मांगकर और खाकर भजन करेंगे.
अखाड़ा परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरी ने कहा, अखाड़ा परिषद की ओर से इस समर्पण अभियान के लिए अपील की जाएगी और भक्तों से सहयोग के लिए कहा जाएगा. विहिप के केंद्रीय संत संपर्क प्रमुख अशोक तिवारी ने कहा, यह समर्पण का कार्यक्रम है. हिंदू समाज जो अपनी श्रद्धा एवं इच्छा से सहयोग करेगा वह सब स्वीकार्य है.
चंपत राय ने बताया कि चंदे में मिली राशि हर रोज बैंक में जमा होगी. SBI, PNB और BOB के खातों में रुपये जमा होंगे. चंदे के लिए 10 रुपये से लेकर 100 रुपये या अधिक राशि के कूपन होंगे. हर कूपन पर भगवान श्रीराम और मंदिर का चित्र अंकित होगा.
चंपत राय ने यह भी बताया कि श्रीराम मंदिर का निर्माण इस तरह हो रहा है कि हर रामनवमी पर प्रभु श्रीराम की मूर्ति पर सूरज की रोशनी पड़े. 3 साल में मंदिर बनकर तैयार हो जाएगा. मंदिर की एक-एक ईंट हिंदू समाज का मान बढ़ाएगी. मंदिर की ऊंचाई जमीन से 16.5 फीट होगी. राम मंदिर परिसर में एक म्युजियम भी बनाया जाएगा.
Source : News Nation Bureau