Funeral Possession is Auspicious Or Not: जब आप कहीं बाहर यात्रा पर जाते हैं तब कई बार आपको कुछ ऐसे संकेत मिलते हैं जिनके कुछ शुभ या अशुभ परिणाम हो सकते हैं. उन्हीं में से एक है शव यात्रा. अक्सर ऐसा कई बार होता है कि जब भी आप में से कई लोग घर से बाहर निकलते होंगे तो रास्ते में कहीं न कहीं और कभी न कभी शव यात्रा दिख जाती होगी. ऐसे में आज हम आपको इस बारे में बताएंगे कि रास्ते में शव यात्रा देखना शुभ होता है अशुभ और यह किस बात का संकेत देती है.
भगवत गीता के अनुसार जन्म और मृत्यु पूर्ण रुप से एक दूसरे पर आश्रित हैं. ये दोनों अटल परिस्थितियां हैं जिसे कभी भी टाला नहीं जा सकता है. भगवत गीता में भगवान श्रीकृष्ण ने कहा है मृत्यु एक ऐसा सत्य है जिसे टालना असंभव है. जिसने जन्म लिया है उसकी मौत सुनिश्चित है. जिसने भी जन्म लिया है उसे एक दिन इस दुनिया को छोड़कर जाना ही पड़ेगा. इंसान हो, जानवर हो या कोई भी प्राणी कभी न कभी तो उसे मौत की नींद सोना ही है. भगवान श्री कृष्ण ने स्वयं कहा है कि आत्मा एक शरीर छोड़कर दूसरे शरीर में प्रवेश करती है. यानी कि जिसकी भी मृत्यु हुई है वह लौटकर किसी दूसरे रूप में जरूर आएगा.
कहीं बाहर जाते समय शव यात्रा देखने का मतलब
जब भी हम बाहर जाते समय किसी शव यात्रा को देखते हैं तो हम डर जाते हैं कि आज का दिन शुभ रहेगा या नही. वैसे ज्योतिष के अनुसार शव यात्रा को देखना शुभ होता है. ऐसा माना जाता है कि ऐसा कोई भी दृश्य देखने पर आपकी सारी मनोकामनाएं पूरी हो सकती हैं. रास्ते में दिखने वाली शव यात्रा को सभी लोग प्रणाम करते हैं तथा शिव का ध्यान करते हैं. ऐसा इसलिए किया जाता है क्योंकि मान्यता है कि ऐसा करने से मृत व्यक्ति प्रणाम करने वाले व्यक्ति के सभी कष्ट अपने साथ ले जाता है.
शवयात्रा देखना शुभ क्यों होता है
हिन्दू शास्त्रों के अनुसार मृत्यु के बाद व्यक्ति की आत्मा परमात्मा में लीन हो जाती है. इसलिए शवयात्रा देखना शुभ माना जाता है. शास्त्रों के अनुसार किसी की अंतिम विदाई देखने से व्यक्ति को पुण्य की प्राप्ति होती है. ऐसा माना जाता है कि शवयात्रा देखना सुखद एवं मंगलमय भविष्य का सूचक है. मान्यता यह भी है कि शव यात्रा को देखने से अधूरे काम पूरे होने की संभावनाएं बनने लगती हैं, दुखों का नाश और सुखी जीवन का आगाज़ होता है.