Gajakesari Rajyog: गजकेसरी राजयोग ज्योतिष शास्त्र में एक महत्वपूर्ण राजयोग है. यह योग तब बनता है जब बृहस्पति और चंद्रमा कुंडली में एक विशेष स्थिति में होते हैं. गजकेसरी राजयोग का अर्थ है "हाथी पर सवार सिंह". यह योग व्यक्ति को राजा जैसा जीवन और अत्यधिक धन-संपत्ति प्रदान करता है. गजकेसरी राजयोग का जीवन में महत्वपूर्ण योगदान होता है और इसके प्रभाव से व्यक्ति को समृद्धि, सम्मान, और सम्मान की प्राप्ति होती है. यह योग जातक के जीवन में विभिन्न क्षेत्रों में उच्च स्थिति, धन, शिक्षा, और धार्मिक उत्थान की प्राप्ति में सहायक होता है. गजकेसरी राजयोग जातक के जीवन में उच्च और महत्वपूर्ण स्थान पर पहुंचने में सहायक होता है और उसके लिए एक उत्कृष्ट संघर्षशील जीवन स्थापित करता है.
गजकेसरी राजयोग कैसे बनता है: गजकेसरी राजयोग बनने के लिए, बृहस्पति और चंद्रमा कुंडली में एक विशेष स्थिति में होने चाहिए. बृहस्पति कुंडली के केंद्र में (1, 4, 7, 10) या त्रिकोण (1, 5, 9) में होना चाहिए. चंद्रमा कुंडली के केंद्र में (1, 4, 7, 10) या त्रिकोण (1, 5, 9) में होना चाहिए. बृहस्पति और चंद्रमा के बीच कोई भी ग्रह नहीं होना चाहिए. अगर किसी की कुंडली में ये योग बन रहा है तो उसे निश्चित ही धन संपत्ति प्राप्त होती है.
गजकेसरी राजयोग के प्रभाव: गजकेसरी राजयोग व्यक्ति को राजा जैसा जीवन प्रदान करता है. ये योग व्यक्ति को अत्यधिक धन-संपत्ति प्रदान करता है. व्यक्ति को उच्च पद और प्रतिष्ठा प्रदान करता है. ज्ञान और बुद्धि प्रदान करता है और व्यक्ति को सुख-समृद्धि और सफलता प्रदान करता है.
धन, समृद्धि और सफलता: गजकेसरी राजयोग धन, समृद्धि और सफलता का प्रतीक है. इस राजयोग के प्रभाव से व्यक्ति जीवन में धन-धान्य और समृद्धि प्राप्त करता है.
प्रतिष्ठा और मान-सम्मान: गजकेसरी राजयोग प्रतिष्ठा और मान-सम्मान का प्रतीक है. इस राजयोग के प्रभाव से व्यक्ति समाज में प्रतिष्ठित और सम्मानित होता है.
राजसी सुख: गजकेसरी राजयोग राजसी सुख का प्रतीक है. इस राजयोग के प्रभाव से व्यक्ति जीवन में राजसी सुख-सुविधाओं का आनंद लेता है.
शक्ति और प्रभाव: गजकेसरी राजयोग शक्ति और प्रभाव का प्रतीक है. इस राजयोग के प्रभाव से व्यक्ति समाज में शक्तिशाली और प्रभावशाली बनता है.
गजकेसरी राजयोग के उपाय:
गुरु और बृहस्पति की पूजा: गजकेसरी राजयोग के फल प्राप्त करने के लिए गुरु और बृहस्पति की पूजा करना शुभ माना जाता है.
दान-पुण्य: गजकेसरी राजयोग के फल प्राप्त करने के लिए दान-पुण्य करना भी शुभ माना जाता है.
मंत्र जाप: गजकेसरी राजयोग के फल प्राप्त करने के लिए गुरु और बृहस्पति के मंत्रों का जाप करना भी शुभ माना जाता है.
गजकेसरी राजयोग राजसी सुख का प्रतीक है. इस राजयोग के प्रभाव से व्यक्ति जीवन में राजसी सुख-सुविधाओं का आनंद लेता है. गजकेसरी राजयोग का प्रभाव व्यक्ति की कुंडली में अन्य ग्रहों की स्थिति पर भी निर्भर करता है. अगर कुंडली में अन्य ग्रहों की स्थिति अच्छी है, तो गजकेसरी राजयोग का प्रभाव और भी अधिक होगा.
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(Disclaimer: यहां दी गई जानकारियां धार्मिक आस्था और लोक मान्यताओं पर आधारित हैं. न्यूज नेशन इस बारे में किसी तरह की कोई पुष्टि नहीं करता है. इसे सामान्य जनरुचि को ध्यान में रखकर यहां प्रस्तुत किया गया है.)
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Source : Naina Yadav