Ganesh Chaturthi 2024: आज से गणपति उत्सव का आरंभ हो चुका है. भाद्रपद के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि को भगवान गणेश का जन्म हुआ था और इसी कारण हर साल गणेश चतुर्थी को भगवान गणेश के जन्मोत्सव के रूप में मनाया जाता है. इस दौरान भक्त अपने घरों में गणपति बप्पा की मूर्ति स्थापित करते हैं और 10 दिनों तक विशेष पूजा-अर्चना करते हैं. ऐसा माना जाता है कि गणपति की विधिपूर्वक पूजा करने से घर में सुख-समृद्धि, सौभाग्य और खुशहाली का वास होता है.
भगवान गणेश को चढ़ाएं ये चीजें
गणेश चतुर्थी के दिन भगवान गणेश को प्रसन्न करने के लिए विशेष चीजों का भोग लगाया जाता है. पूजा में मोदक, चावल की खीर और फल अर्पित करना अत्यधिक महत्वपूर्ण माना जाता है. कहा जाता है कि इन तीन चीजों को भगवान गणेश को चढ़ाने से बुद्धि, ज्ञान और ऐश्वर्य की प्राप्ति होती है. इसके अतिरिक्त बूंदी के लड्डू और बेसन की बर्फी भी गणपति बप्पा को बहुत प्रिय होती हैं. पूजा में सिंदूर, दुर्वा (हरी घास), गुड़हल और गेंदा के फूल और नारियल भी अर्पित करने चाहिए. इन चीजों को चढ़ाने से भगवान गणेश की विशेष कृपा प्राप्त होती है और जीवन की सभी बाधाएं दूर होती हैं.
गणेश जी की मूर्ति स्थापना के लिए शुभ मुहूर्त
गणेश चतुर्थी के दिन भगवान गणेश की मूर्ति स्थापना के लिए एक विशेष शुभ मुहूर्त होता है. इस वर्ष मूर्ति स्थापना का शुभ मुहूर्त सुबह 11 बजकर 3 मिनट से दोपहर 1 बजकर 34 मिनट तक है. इसी समयावधि में गणपति जी की मूर्ति की स्थापना करनी चाहिए. ऐसा माना जाता है कि गणपति की विधिपूर्वक पूजा करने से घर में सभी प्रकार के दुख, दर्द और संकट दूर हो जाते हैं और घर में सुख-समृद्धि और खुशहाली बनी रहती है.
गणपति उत्सव न केवल धार्मिक आस्था का पर्व है, बल्कि यह जीवन में नए उल्लास और उमंग का प्रतीक भी है. गणेश चतुर्थी से अनंत चतुर्दशी तक चलने वाले इस उत्सव में लोग भगवान गणेश की भक्ति में लीन रहते हैं और उनके आशीर्वाद से अपने जीवन को खुशहाल बनाने की कामना करते हैं. यह पर्व हमें सिखाता है कि विघ्नहर्ता भगवान गणेश की पूजा से न केवल हमारे जीवन के सारे कष्ट समाप्त हो सकते हैं, बल्कि हमें नई ऊर्जा और सकारात्मकता का भी संचार मिलता है.
Religion की ऐसी और खबरें पढ़ने के लिए आप न्यूज़ नेशन के धर्म-कर्म सेक्शन के साथ ऐसे ही जुड़े रहिए.
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारियां धार्मिक आस्था और लोक मान्यताओं पर आधारित हैं. न्यूज नेशन इस बारे में किसी तरह की कोई पुष्टि नहीं करता है. इसे सामान्य जनरुचि को ध्यान में रखकर यहां प्रस्तुत किया गया है.)