गणेश चतुर्थी का पर्व आने में महज 2 दिन बचे हैं. 2 सितंबर को पूरे देश में गणेश चतुर्थी धूमधाम से मनाई जाएगी. देशभर में तैयारियां जोर शोर से चल रही है. लोग अपने-अपने घरों में गणपति बप्पा को मेहमान बनाकर लाने की तैयारी कर रहे हैं. अगर आप भी बप्पा को घर लाने की तैयारी कर रहे हैं तो बाजार से प्रतिमा खरीदते वक्त कुछ बातों का ख्याल रखें.
बाजार में गणपति भगवान की कई तरह की प्रतिमा मिलती है, जैसे नृत्य करते हुए गणपति, आराम करते हुए गणपति, बैठे हुए गणपति. अब गणपति भगवान का कौन सा रूप ज्यादा शुभ होता है वो जान ले. बैठे हुए गणपति भगवान की मूर्ति घर लेकर आए. ये ज्यादा शुभ होता है. भगवान के इस रूप की पूजा करने से धन लाभ होता है. बरकत बनी रहती है.
अगर आप ऑफिस में गणपति जी स्थापित करने जा रहे हैं तो खड़े हुए हो तो बेहद ही शुभ होगा. खड़े हुए गणेश जी की मूर्ति सबसे अच्छा ऑफिस के लिए माना जाता है. इससे तरक्की मिलती है.
इसके साथ ही चूहा और मोदक के बीच स्थित गणपति प्रतिमा को घर लाएंगे तो वो भी बहुत शुभ होता है. क्योंकि गणपति जी को दोनों अतिप्रिय है.
गणेश प्रतिमा खरीदते हुए इस बात का भी ध्यान रखें कि उनकी सूंड बाई ओर मुड़ी हो. ऐसी प्रतिमा को ही वक्रतुंड माना जाता है.
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गणेशजी की मूर्ति खरीदते वक्त रंग का भी ख्याल रखिए. सिंदुरी और सफेद रंग की प्रतिमा का बेहद महत्व है. इस कलर की प्रतिमा घर में स्थापित करने पर सुख शांति घर में आता है.
घर का वास्तुदोष मिटाने के लिए मेनगेट पर भगवान गणेश की प्रतिमा मेनगेट के दोनों तरफ लगानी चाहिए. गणपति के सामने कभी कोई बुरी शक्ति और नकारात्मक ऊर्जा टिक नहीं पाती है और वह उनकी पीठ की तरफ चली जाती है.
इसके साथ ही मिट्टी की बनी हुई प्रतिमा घर लाए. ये प्राकृतिक रूप से सुरक्षित होता है. पर्यावरण को नुकसान नहीं पहुंचता है.