Shri Ganesh Aarti: हिंदू धर्म में पूजा-पाठ के समय देवी-देवताओं की आरती करने की परंपरा सदियों पुरानी. ऐसा माना जाता है कि बिना आरती किए आपकी पूजा पूरी नहीं होती. कुछ लोग तो ये भी मानते हैं कि अगर आपने आरती ही कर ली तो आपकी पूजा पूरी मानी जाती है. भगवान गणेश की कई अलग अलग आरतियां है जो लोग करते हैं. कुछ जगहों पर जय गणेश देवा आरती लोग गाते हैं तो कहीं सुखकर्ता दुखहर्ता आरती सुनने को मिलती है. महाराष्ट्र की ओर अगर आप जाएं तो वहां आपको ज्यादातर लोग शेंदुर लाल चढ़ायो आरती गाते हुए मिलेंगे. आप इनमें से जो भी आरती पढ़ते हैं या गाना पसंद करते हैं उसके बोल हम यहां आपको बता रहे हैं. आपकी पूजा में कोई भूल न हो जाए इसलिए आप ये बोल ध्यान से पढ़ते हुए भगवान गणेश की आरती कर सकते हैं.
जय गणेश देवा आरती (Jai Ganesh Deva Aarti Lyrics)
आरती करते समय मन में पूरी श्रद्धा होनी चाहिए. शरीर और मन दोनों को शुद्ध रखें और आरती करते समय भगवान गणेश के प्रति प्रेम और भक्ति का भाव अगर आपके मन में हो तो बप्पा तक आपकी मुराद पहुंचने में समय नहीं लगेगा.
सुखकर्ता दुखहर्ता आरती (Sukh Karta Dukh Harta Aarti Lyrics)
शास्त्रों के अनुसार सुबह के समय आरती करने से दिन भर शुभ फल मिलते हैं. जो लोग शाम के समय आरती करते हैं उनका मन शांत रहता है और रात के समय उन्हें अच्छी नींद आती है. विशेष अवसरों पर जैसे गणेश चतुर्थी, बुधवार आदि विशेष अवसरों पर आरती करने का विशेष महत्व है.
शेंदुर लाल चढ़ायो आरती (Shendur Lal Chadhayo Aarti Lyrics)
आप गणेश जी की कोई भी आरती गा सकते हैं. आरती के बोल कई भाषाओं में उपलब्ध हैं. आप अपनी पसंद की कोई भी आरती गा सकते हैं. भगवान गणेश की आरती करना एक बहुत ही पवित्र अनुष्ठान है. यह न केवल हमें आध्यात्मिक शक्ति प्रदान करता है बल्कि हमारे जीवन में कई प्रकार के लाभ भी लाता है.
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(Disclaimer: यहां दी गई जानकारियां धार्मिक आस्था और लोक मान्यताओं पर आधारित हैं. न्यूज नेशन इस बारे में किसी तरह की कोई पुष्टि नहीं करता है. इसे सामान्य जनरुचि को ध्यान में रखकर यहां प्रस्तुत किया गया है.)
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