Griha Pravesh Muhurat: गृह प्रवेश जैसे महत्वपूर्ण कार्यक्रमों के लिए चैत्र मास को बहुत शुभ माना जाता है. इसे हिन्दू पंचांग के अनुसार हिन्दी कैलेंडर का पहला मास होता है और यह हिन्दू धर्म में विशेष महत्व रखता है. यह मास चैत्र शुक्ल पक्ष के चंद्रमा की प्रारंभिक तिथि से शुरू होता है और पूर्णिमा तिथि पर समाप्त होता है. इस मास में वसंत ऋतु की आगमन होती है, जिसे लोग उत्साह और हर्ष के साथ स्वागत करते हैं. चैत्र मास को धार्मिक और सामाजिक महत्व के कारण भी जाना जाता है. हिन्दू धर्म में चैत्र मास के पहले नवरात्रि आते हैं, जो मां दुर्गा की पूजा के रूप में मनाई जाती है. इसके अलावा, चैत्र नवरात्रि के दौरान राम नवमी और चैती चथ भी मनाई जाती है. चैत्र मास में हिन्दू धर्म में कई धार्मिक और सामाजिक उत्सव और त्योहार मनाए जाते हैं. यह मास जन्म और गृह प्रवेश के लिए भी शुभ माना जाता है. चैत्र मास का महत्व धार्मिक दृष्टि से भी अत्यंत उच्च होता है. इस मास में ध्यान, तप, दान और पूजा की बढ़ती गतिविधियों से लोग अपने आत्मा का शुद्धिकरण करने का प्रयास करते हैं. चैत्र मास के आदिकाल में स्नान, दान, और पूजा करने से पुण्य का अधिक महत्व माना जाता है.
चैत्र मास हिंदू धर्म का सबसे पवित्र महीना माना जाता है. यह न केवल नव वर्ष की शुरुआत का प्रतीक है, बल्कि भक्ति और आध्यात्मिकता का भी महीना है. इस महीने में कई महत्वपूर्ण त्योहार मनाए जाते हैं, जिनमें चैत्र नवरात्रि, राम नवमी, हनुमान जयंती, गुड़ी पड़वा और चैत्र पूर्णिमा शामिल हैं.
गृह प्रवेश के लिए शुभ मुहूर्त:
28 मार्च 2024: यह चतुर्थी तिथि है, जो भगवान गणेश को समर्पित है. गृह प्रवेश के लिए यह एक शुभ दिन माना जाता है.
30 मार्च 2024: यह षष्ठी तिथि है, जो भगवान कार्तिकेय को समर्पित है. गृह प्रवेश के लिए यह भी एक शुभ दिन माना जाता है.
31 मार्च 2024: यह सप्तमी तिथि है, जो देवी सरस्वती को समर्पित है. गृह प्रवेश के लिए यह भी एक शुभ दिन माना जाता है.
23 अप्रैल 2024: यह हनुमान जयंती का दिन है. गृह प्रवेश के लिए यह भी एक शुभ दिन माना जाता है.
23 अप्रैल 2024: यह चैत्र पूर्णिमा का दिन है. गृह प्रवेश के लिए यह भी एक शुभ दिन माना जाता है.
वार: सोमवार, बुधवार, गुरुवार और शुक्रवार को शादी और गृह प्रवेश के लिए शुभ माना जाता है.
नक्षत्र: रोहिणी, मघा, चित्रा, हस्त, पुनर्वसु, पुष्य, अनुराधा और शतभिषा नक्षत्रों को शादी और गृह प्रवेश के लिए शुभ माना जाता है.
तिथि: द्वितीया, तृतीया, पंचमी, सप्तमी, दशमी, एकादशी और त्रयोदशी तिथियों को शादी और गृह प्रवेश के लिए शुभ माना जाता है.
इन कार्यों के लिए शुभ मुहूर्त चुनने से इन कार्यों में सफलता और खुशी मिलने की संभावना बढ़ जाती है. विवाह और गृह प्रवेश के लिए अलग-अलग मुहूर्त होते हैं. मुहूर्त का चयन करते समय, आपको अपने परिवार के ज्योतिषी से सलाह लेनी चाहिए. मुहूर्त के दिन, आपको कुछ विशेष अनुष्ठान करने होते हैं. चैत्र मास शादी और गृह प्रवेश जैसे महत्वपूर्ण कार्यक्रमों के लिए एक शुभ महीना है. यदि आप इन कार्यक्रमों को इस महीने में आयोजित करना चाहते हैं, तो आपको पहले से योजना बनानी चाहिए.
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(Disclaimer: यहां दी गई जानकारियां धार्मिक आस्था और लोक मान्यताओं पर आधारित हैं. न्यूज नेशन इस बारे में किसी तरह की कोई पुष्टि नहीं करता है. इसे सामान्य जनरुचि को ध्यान में रखकर यहां प्रस्तुत किया गया है.)
Source : News Nation Bureau