GST On Ganga jal: गंगाजल पर लगा GST, ऑनलाइन खरीदारी पर चुकाना होगा 18 फीसदी अतिरिक्त चार्ज

GST On Gangajal: गंगाजल पर लगाया गया 18 फीसदी जीएसटी, अब ऑनलाइन पर्चेजिंग पर चुकाना होगा अतिरिक्त चार्ज

author-image
Dheeraj Sharma
New Update
GST On Ganga Jal

GST On Ganga Jal ( Photo Credit : News Nation)

Advertisment

GST On Gangajal: हिंदू धर्म में गंगाजल का काफी महत्व है. शुद्धिकरण हो या फिर कोई धार्मिक अनुष्ठान हर काम में गंगाजल का अपना विशेष महत्व है. यही नहीं हिंदू धर्म में तो पापों के नाश के लिए गंगा स्नान और पान को सर्वश्रेष्ठ माना गया है. लेकिन अब गंगाजल खरीदना काफी महंगा हो गया है. सरकार ने बड़ा कदम उठाते हुए गंगाजल की खरीदारी पर गुड्स एंड सर्विस टैक्स यानी GST लगाने का फैसला लिया है. यही नहीं अगर आप गंगाजल की ऑनलाइन खरीदारी कर रहे हैं तो आपको 18 फीसदी जीएसटी के साथ इसकी खरीदारी करना होगी. 

पितृपक्ष चल रहे हैं ऐसे में गंगाजल का इस दौरान काफी महत्व होता है. नवरात्रि का महापर्व अब शुरू होने वाला है. इस दौरान घरों में गंगाजल छिड़का जाता है. लेकिन गंगाजल खरीदने के लिए अब आपकी जेब पर अतिरिक्त बोझ बढ़ा दिया गया है. 

यह भी पढ़ें - Places to Visit for Navratri Celebration: भारत की इन जगहों पर होता है नवरात्रि का विशाल महोत्सव, जाते ही नाचने लगेंगे आप

ऑनलाइन गंगाजल खरीदना हुआ महंगा
गंगाजल की ऑनलाइन खरीदरी करना है तो इसके लिए आपको अब अतिरिक्त कीमत चुकाना होगी. डाक घर से मलने वाले गंगा पर सरकार की ओर से 18 प्रतिशत जीएसटी लगाई गई है. ऐसे में 30 रुपए में मिलने वाली 250 मिलीलीटर की कैन के लिए आपको करीब 35 रुपए चुकाना होंगे. 

2016 में हुई शुरू की गई थी गंगाजल आपके द्वार योजना
केंद्र सरकार की ओर से गंगाजल आपके द्वार योजना की शुरुआत वर्ष 2016 में की गई थी. इस दौरान लोगों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए गंगाजल की ऑनलाइन खरीदारी करने का अवसर डाक घरों के जरिए मुहैया करवाया गया था. इसका मकसद उन लोगों को गंगाजल घर बैठे पहुंचाना था जो किसी कारण वश गंगा नदी तक नहीं आ पाते हैं. 

लेकिन अब सरकार ने इस योजना के तहत ऑनलाइन गंगाजल की खरीदारी पर 18 फीसदी जीएसटी लगा दिया है. गंगाजल आपके द्वार योजना के तहत ऋषिकेश और गंगोत्री से गंगाजल की आपूर्ति की जाती थी. यहां से आने वाली 200 और 500 मिली लीटर जल की कीमत 28 और 38 होती थी. लेकिन अब जीएसटी लगने के बाद ये कीमत 35 और 43 रुपए तक पहुंच जाएगी. 

क्यों आता है गंगोत्री से गंगाजल
सरकार की योजना के तहत पहले दो स्थानों ऋषिकेश और गंगोत्री से गंगाजल की आपूर्ति की जाती थी. लेकिन अब तीन वर्षों से सिर्फ गंगोत्री से ही गंगाजल घरों तक भेजा जा रहा है. इसके पीछे भी बड़ी वजह है कि दरअसल गंगोत्री को गंगाजी का उद्मगम स्थल माना गया है. यही वजह है कि यहां के जल को सबसे शुद्ध और पवित्र भी माना गया है. 

धार्मिक अनुष्ठानों में भी गंगाजल की अपना विशेष महत्व है. इसके अलावा तीज त्योहारों में भी गंगाजल की जरूरत पड़ती है.

HIGHLIGHTS

  • गंगाजल की खरीदारी पर लगा जीएसटी
  • अब ऑनलाइन खरीदारी पर चुकाना होगा 18 फीसदी अतिरिक्त दाम
  • केंद्र सरकार ने 2016 में शुरू की थी गंगाजल आपके द्वार योजना
Religion News in Hindi Religion News Gst imposed on ganga jal ganga jal haldwani hindi news
Advertisment
Advertisment
Advertisment