Gullak Ke Upay: मां लक्ष्मी के आशीर्वाद से धन की कमी जीवन में कभी नहीं होती. अगर आप दीवाली की रात गुल्लक का ये एक उपाय करते हैं तो देवी लक्ष्मी की अपार कृपा आप पर बरसने लगती है. मिट्टी की एक गुल्लक आपको मालामाल बना सकती है. मिट्टी को राहु का प्रतीक माना जाता है और अगर आपकी कुंडली में आपने राहु की स्थिति को मजबूत कर लिया तो कोई दुश्मन आपको कभी कुछ नहीं बिगाड़ पाएगा. आपके सारे काम अपने आप बनने लगेंगे. जीवन में आप जो चाहेंगे वो हासिल कर पाएंगे. आर्थिक स्थिति मजबूत हो ये तो सब चाहते हैं, अगर आप भी इस साल दीवाली पर महालक्ष्मी से धन समृद्धि चाहते हैं तो गुल्लक का ये उपाय 41 दिनों तक करें, फिर आप इसके कमाल देखें कि कैसे आप रातोंरात अमीर बनना शुरू हो जाएंगे.
दीवाली की रात करें गुल्लक का ये उपाय
अगर आप अपने जीवन से सदा के लिए दरिद्रता को दूर करना चाहते हैं, और ये चाहते हैं कि कभी कोई कर्जा आप पर न चढ़े या जो लोन आप पर हैं वो जल्द उतर जाएं तो आप अपने उतारा करें. दीवाली की रात एक गुल्लक पूजा में रखें और मनोकामना कहते हुए गुल्लक में एक सिक्का डालें. लगातार कर फिर 40 दिनों तक एक-एक सिक्का कोई भी 1, 5, 10, 20 कोई भी लेकिन सिक्का ही होना चाहिए वो गुल्लक में डालते रहें और फिर 41वें दिन इसे किसी मंदिर में दान कर आएं. आपके सारे भार उतर जाएंगे. स्वास्थ्य में सुधार होगा, आर्थिक स्थिति मजबूत होगी, बुरी नज़र उतरेगी और आप जीवन में तरक्की के मार्ग पर बढ़ने लगेंगे.
ग्रोथ रुक गयी है या फिर धन आता तो है लेकिन टिकता नहीं है तो आप दीवाली की रात एक गुल्लक लेकर आएं और उसे पूजा में रखें. अब आप पूजा में वो नोट भी रखें जिसे आपको गुल्लक में डालना है. अच्छा होगा कि आप 101 रुपये सबसे पहले गुल्लक में डालें. फिर अगले दिन से अपनी करंसी के एक-एक नोट बढ़ते क्रम में डालने लगें.जैसे मानिए दीवाली के अगले दिन आपने गुल्लक में 5 का नोट डाला, अगले दिन 10 का नोट, उसके अगले दिन 20 रुपये का नोट, 50, 100, 200 और फिर 500 रुपये के नोट इसी क्रम में हर दिन गुल्लक में डालें. इससे आपकी इनकम भी इसी तरह से बढ़नी शुरू हो जाएगी. जब अपनी करंसी के सारे नोट डाल दें तो आप उसे घर की साउथ वेस्ट डायरेक्शन में रख दें. अब हर महीने अपनी इनकम का एक हिस्सा इस गुल्लक में डालना शुरू कर दें. ये बरकत की गुल्लक आपकी तिजोरी को सालभर में धन से कब भर देगी आपको पता भी नहीं चलेगा.
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(Disclaimer: यहां दी गई जानकारियां धार्मिक आस्था और लोक मान्यताओं पर आधारित हैं. न्यूज नेशन इस बारे में किसी तरह की कोई पुष्टि नहीं करता है. इसे सामान्य जनरुचि को ध्यान में रखकर यहां प्रस्तुत किया गया है.)