Hanuman Ji Aarti Lyrics: हनुमान जी की आरती उनके सभी भक्त पूजा के दौरान पढ़ते हैं. मान्यता है कि इस आरती को करने से हनुमान जी की विशेष कृपा प्राप्ति होती है. अगर आप हनुमान भक्त हैं और उनकी पूजा सही तरीके से करना चाहते हैं. हनुमान जी की पूजा में आरती भी करना चाहते हैं तो हम यहां आपको उनकी पूरी आरती बता रहे हैं साथ ही आरती करने का सही तरीका भी बता रहे हैं. आप जितना सच्चे मन से उन्हें याद करेंगे उन पर विश्वास रखते हुए उनकी पूजा करेंगे आपको उतना ही जल्द इसका फल भी मिलेगा. अगर आपकी आरती करने का सही तरीका नहीं पता तो आपको हम यहां स्टेप बाय स्टेप बता रहे हैं कि आरती कैसे करते हैं.
पूजा की शुरुआत:
आरती करने से पहले, अपने मंदिर या पूजा स्थल को शुद्ध करें और हनुमान जी के पूजा के लिए तैयारी करें।
आरती की तैयारी:
आरती के लिए स्वच्छ थाली, दीपक, चम्बू, कुमकुम, अगरबत्ती, फूल, और प्रासाद तैयार करें।
आरती गाएं:
हनुमान जी की आरती गाने से पहले अपने हाथों में जल की कटोरी लेकर अपना मुख, नाक, और आँखें धोएं। फिर अपने हाथों को आचमन करें. इसके बाद, आरती का गाना शुरू करें और आरती की थाली को घूमते रहें. आरती गाते समय, भक्ति भाव से हनुमान जी के मूर्ति या चित्र की ओर दृष्टि टिकाएं. अपनी भक्ति भावना से आरती को समर्पित करें.
आरती के बाद:
आरती समाप्त होने पर, आभूषण, दीपक, फूल, और प्रासाद को हनुमान जी को अर्पित करें.
प्रार्थना और स्तुति:
आरती के बाद, हनुमान जी से अपनी मनोकामनाएँ मांगें और उन्हें अपनी शरण में लें.
यदि आपके पास हनुमान जी के लिए कोई विशेष आरती है, तो आप उसे भी गाने का विचार कर सकते हैं. आरती गाने के बाद ध्यान और भक्ति से पूजा की जानी चाहिए.
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(Disclaimer: यहां दी गई जानकारियां धार्मिक आस्था और लोक मान्यताओं पर आधारित हैं। न्यूज नेशन इस बारे में किसी तरह की कोई पुष्टि नहीं करता है। इसे सामान्य जनरुचि को ध्यान में रखकर यहां प्रस्तुत किया गया है।)
Source : News Nation Bureau