Hanuman Jayanti Upay 2024: चैत्र पूर्णिमा, जिसे हनुमान जयंती के नाम से भी जाना जाता है, हिंदू धर्म में सबसे महत्वपूर्ण पूर्णिमाओं में से एक है. यह भगवान हनुमान का जन्मदिन माना जाता है, जो भगवान राम के परम भक्त और महावीर योद्धा थे. इस दिन हनुमान जी की पूजा करने का अत्यधिक महत्व है. भगवान हनुमान को शक्ति, बुद्धि, भक्ति और वीरता का प्रतीक माना जाता है. उनकी पूजा करने से भक्तों को इन सभी गुणों की प्राप्ति होती है. माना जाता है कि हनुमान जी की पूजा करने से बुरी आत्माओं से रक्षा होती है और कष्टों का नाश होता है. विद्यार्थी परीक्षाओं में सफलता प्राप्त करने के लिए हनुमान जी की पूजा करते हैं. व्यापारी अपनी व्यावसायिक वृद्धि के लिए हनुमान जी की पूजा करते हैं.
चैत्र पूर्णिमा की रात जरूर करें ये उपाय
1. ग्रहों की शांति के लिए: चैत्र पूर्णिमा की रात में गंगा जल से स्नान करें. चंद्रदेव को अर्घ्य दें औप उनकी पूजा करें. ग्रहों की शांति के लिए मंत्रों का जाप करें. इससे ग्रहों की कुंडली में अशुभ योगों का प्रभाव कम होता है. ग्रहों की दशा में सुधार होता है. जीवन में सफलता और समृद्धि प्राप्त होती है.
2. मनोकामना पूर्ति के लिए: चैत्र पूर्णिमा की रात में हनुमान जी की पूजा करें. हनुमान चालीसा का पाठ करें और उनको नैवेद्य अर्पित करें. अपनी मनोकामना को मौन रूप से हनुमान जी के समक्ष व्यक्त करें. इससे हनुमान जी प्रसन्न होते हैं और मनोकामनाएं पूरी होती हैं. मन को शांति और संतुष्टि मिलती है. जीवन में सकारात्मकता आती है.
3. कर्ज मुक्ति के लिए: चैत्र पूर्णिमा की रात में माता लक्ष्मी की पूजा करें. श्री लक्ष्मी सूक्त का पाठ करें. माता लक्ष्मी को दीप जलाएं. कर्ज मुक्ति के लिए प्रार्थना करें. इससे माता लक्ष्मी प्रसन्न होती हैं और कर्ज से मुक्ति मिलती है. व्यापार और व्यवसाय में वृद्धि होती है. आर्थिक स्थिति में सुधार होता है.
4. शत्रुओं पर विजय के लिए: चैत्र पूर्णिमा की रात में हनुमान जी को सिंदूर अर्पित करें. बजरंग बाण का पाठ करें. हनुमान जी से शत्रुओं पर विजय प्राप्त करने की प्रार्थना करें. इससे हनुमान जी शक्ति प्रदान करते हैं और शत्रुओं पर विजय प्राप्त होती है. साहस और आत्मविश्वास बढ़ता है. जीवन में सफलता प्राप्त होती है.
5. रोगों से मुक्ति के लिए: चैत्र पूर्णिमा की रात में गंगा जल से स्नान करें. हनुमान जी को चमेली का तेल अर्पित करें. हनुमान चालीसा का पाठ करें. रोगों से मुक्ति के लिए प्रार्थना करें. इससे रोगों से मुक्ति मिलती है. स्वास्थ्य अच्छा होता है. जीवन में सुख और समृद्धि आती है.
चैत्र पूर्णिमा पर हनुमान जी की पूजा विधि
ब्रह्म मुहूर्त में उठकर स्नान करें और स्वच्छ वस्त्र पहनें. पूजा स्थान को साफ और सजा लें. भगवान हनुमान की मूर्ति या प्रतिमा स्थापित करें. दीप प्रज्ज्वलित करें और धूप जलाएं. भगवान हनुमान को फल, फूल, नैवेद्य और मिठाई अर्पित करें. हनुमान चालीसा का पाठ करें या हनुमान स्तोत्र का गायन करें. भगवान हनुमान से अपनी मनोकामना प्रार्थना करें. भोग लगाने के बाद प्रसाद ग्रहण करें.
इस दिन लाल रंग पहनना शुभ माना जाता है. व्रत रखने से पुण्य की प्राप्ति होती है. इस दिन दान करने से महापुण्य की प्राप्ति होती है. बजरंग बाण का पाठ करने से विशेष लाभ मिलता है. चैत्र पूर्णिमा भगवान हनुमान की भक्ति और आराधना का पर्व है. इस दिन हनुमान जी की पूजा करने से भक्तों को मनोवांछित फल प्राप्त होते हैं.
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(Disclaimer: यहां दी गई जानकारियां धार्मिक आस्था और लोक मान्यताओं पर आधारित हैं. न्यूज नेशन इस बारे में किसी तरह की कोई पुष्टि नहीं करता है. इसे सामान्य जनरुचि को ध्यान में रखकर यहां प्रस्तुत किया गया है.)
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Source : News Nation Bureau