GI Tag For Hanumangarhi Laddu: अयोध्या में 22 जनवरी 2024 को रामलला की प्राण प्रतिष्ठा समारोह को लेकर भव्य तैयारियां पहले से चल रही हैं. ऐसे में एक और अच्छी खबर ये मिली है कि हनुमानगढ़ी के लड्डूओं को GI Tag (जियोग्राफिकल इंडिकेशन) मिल गया है. जी आई टैग (GI Tag) का मतलब "जीवितीय चिन्ह" होता है, जो खाद्य उत्पादों और अन्य उत्पादों को एक क्षेत्र, स्थान, या समुदाय के साथ जोड़ने के लिए प्रदान किया जाता है. जी आई टैग एक प्रमाणपत्र होता है जो विशिष्ट क्षेत्र के लोकल उत्पाद को पहचानता है और इसे अन्य क्षेत्रों से अलग करने का कारण बनता है. इससे उत्पाद की गुणवत्ता और प्रमुख विशेषताएं प्रमोट होती हैं और स्थानीय अर्थव्यवस्था को समर्थन मिलता है.
भगवान राम के भक्त इसे प्रभु के आशीर्वाद के रूप में भी देख रहे हैं. देसी घी में बनने वाले बेसन के ये लड्डू अयोध्या के 200 परिवारों को घर चलाते हैं. 20 से 25 क्विंटल लड्डूओं का उत्पादन इस समय किया जा रहा है. ऐसे में जी आई टैग के बाद यहां का हलवाई समाज इतना खुश है कि वो अब अवध का स्वाद विश्व को चखा सकता है.
बौद्धिक संपदा अधिकार के क्षेत्र में काम कर रहे पद्मश्री डॉ. रजनीकान्त ने बताया कि "भारतीय लघु उद्योग विकास बैंक (सिडबी) लखनऊ के वित्तीय सहयोग से जीआइ आवेदन ह्यूमन वेलफेयर एसोसिएशन ने तैयार किया है. हलवाई कल्याण समिति, अयोध्या आवेदक के रूप में शामिल हुई."
स्थानीय लोग इस अवसर को जश्न के रूप में मना रहे हैं. अयोध्या के हनुमानढ़ी के लड्डू अब लोकप्रियता की ऊंचाईयां छूने वाले हैं. एक ओर जहां भव्य राम मंदिर पर भारत समेत विश्व की नज़र है दूसरी ओर हनुमानगढ़ी के बेसन के लड्डूओं पर भी ऐसे समय में लोगों का खास ध्यान आकर्षित हो रहा है.
भारत अपने खानपान को लेकर तो पहले से ही विश्वप्रसिद्ध है लेकिन अब अवध का ये स्वाद भी प्रसिद्ध हो गया है. हनुमानगढ़ी में मिलने वाले इस प्रसाद की लोकप्रियता अब तक यहां के स्थानीय निवासियों में ही थी लेकिन अब हर कोई इनकी चर्चा कर रहा है.
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Source : News Nation Bureau