Durga Ashtami 2023: हिंदू पंचांग के अनुसार शारदीय नवरात्रि की अष्टमी तिथि कल यानि 22 अक्टूबर 2023, रविवार को है. अष्टमी तिथि का रविवार के दिन पड़ना बेहद ही शुभ माना जाता है. इस महा अष्टमी को दुर्गाष्टमी के नाम से भी जाना जाता है. ऐसे में दुर्गाष्टमी के दिन माता की आराधना और पूजा-अर्चना करना भक्तों के लिए काफी लाभकारी रहता है. साथ ही माता के भक्तों द्वारा दुर्गाष्टमी का व्रत करना और सच्चे मन से प्रार्थना करने से अपार कृपा बरसती है. मगर ध्यान रखें कि दुर्गाष्टमी के इस पावन दिन, भूलकर भी ये गलती न करें, अन्यथा माता रानी क्रोधित हो सकती हैं...
तो चलिए आज जानें दुर्गाष्टमी के व्रत और पूजा की विधि, साथ ही किन बातों का रखें ख्याल? ताकि माता रानी की आप पर बरसे अपरंपार कृपा और इस नवरात्रि आपकी हर मनोकामना हो पूरी...
दुर्गा अष्टमी व्रत पूजा विधि
नवरात्रि की अष्टमी तिथि पर दुर्गा मां की पूजा करना बहुत शुभ होता है. ऐसे में सुबह ही सुबह स्नान करके उनकी पूजा की तैयारी में लग जाएं. इसके लिए सर्वप्रथम गंगाजल डालकर पूजा स्थल को शुद्ध कर लें. इसके बाद एक लकड़ी का पाट लें और उसपर लाल कपड़ा बिछाएं, जहां दुर्गा की प्रतिमा को स्थापित करें.
अब माता रानी को अक्षत, सिंदूर से तिलक करें. फिर उन्हें लाल फूल अर्पित कर आसपास, इन्हीं फूलों से साज-सजावट करें. अब माता दुर्गा को फल और मिठाइयों का भोग लगाएं. फिर धूप-दीप दिखाएं और दुर्गा चालीसा का पाठ करें. अंतिम में मां दुर्गा की आरती कर उनसे आपके जीवन के सारे कष्ट दूर करने की प्रार्थना करें, जिससे आपकी सारे मनोकामनाएं पूरी होंगी.
दुर्गाष्टमी के दिन ये न करें...
अगर दुर्गाष्टमी के दिन इन नियमों का पालन करेंगे, तो मां दुर्गा अधिक प्रसन्न होती हैं, जिससे आपके जीवन में सुख समृद्धि आती है. ऐसे में दुर्गाष्टमी के दिन केवल सात्विक भोजन करें, भूलकर भी नॉनवेज-शराब को हाथ न लगाएं. साथ ही हर दिन की तरह ही इस दिन भी, किसी भी महिला का अपमान न करें, वरना माता दुर्गा नाराज हो सकती है. साथ ही ध्यान रखें कि, अगर दुर्गाष्टमी पर व्रत रखते हैं तो बार-बार पानी न पिएं और किसी से भी झूठ न बोलें.
Source : News Nation Bureau