गोकुल के नंद का जन्म 3 सितंबर को देश भर में मनाया जाएगा। श्रीकृष्ण का जन्म भाद्रपद कृष्ण अष्टमी को होने की वजह से इसे कृष्ण जन्माष्टमी कहते हैं। नंदगोपाल के जन्मदिन के खास मौके पर आप अपने परिजनों और दोस्तों को ये 10 शुभकामनाए भेजें।
1. माखन चोर नंद किशोर,
बांधी जिसने प्रीत की डोर,
हरे कृष्ण, हरे मुरारी,
पूजा करे इनकी दुनिया सारी,
आओ राधे-राधे हम सब गाएं,
मिलकर सब हम जश्न मनाएं,
कृष्ण जन्माष्टमी की सभी को हार्दिक शुभकामनाएं।
2. माखन चोर नंदकिशोर कान्हा के जन्मदिन की अपनी शान
सबके प्यारे कृष्ण दुलारे हैं हम सबके प्राण
जय श्रीकृष्णा !
3. गोपाल सहारा तेरा है,
नंदलाल सहारा तेरा है,
तू मेरा है मैं तेरा हूँ,
मेरा और सहारा कोई नहीं,
तू माखन चुराने वाला है,
तू चित को चुराने वाला है,
तू गाय चराने वाला है,
तू बंसी बजाने वाला है,
ओ मेरे मुरारी तू रास रचाने वाला है।
कृष्ण जन्माष्टमी की बधाई!
4. यशोदा के नंदलाला, हमारे रखपाल
हम भुलनहार, वो पालनहार
हरे कृष्णा
हैप्पी कृष्ण जन्माष्टमी टू ऑल
5. श्री कृष्ण के कदम आपके घर आये,
आप खुशियों के दीप जलाये,
परेशानी आपसे आंखे चुराए,
कृष्ण जन्मोत्सव की आपको शुभकामनायें
हैप्पी जन्माष्टमी
6. नटखट कन्हा आ गया...
सबको जन्माष्टमी की बधाई
7. माखन चुराकर जिसने खाया,
बंसी बजाकर जिसने नचाया,
खुशी मनाओ उसके जन्म दिन की,
जिसने दुनिया को प्रेम का रास्ता दिखाया.
हैप्पी जन्माष्टमी
8. प्यारे गोविंद के जन्मदिन की हार्दिक शुभकामनाएं !
जन्माष्टमी धूम-धाम से मनाएं !
10. कृष्ण की महिमा, कृष्ण का प्यार,
कृष्ण में श्रद्धा, कृष्ण से संसार,
मुबारक हो सब को जन्माष्टमी का त्योहार।
11. चोरी की हर आदमी, करता निंदा घोर,
दुनिया को भाया मगर, अपना माखन चोर।
जय श्री कृष्णा! जन्माष्टमी की बधाई!
12. जो कुछ तुम करते हो उसे भगवान को समर्पित करते हो
कृष्ण के गीता के इन अनमोल वचनों को सदा याद रखना
हैप्पी जन्माष्टमी...
13. बाल रूप है सब को भाता माखन चोर वो कहलाया है,
आला आला गोविंदा आला बाल ग्वालों ने शोर मचाया है।
झूम उठे हैं सब ख़ुशी में, देखो मुरली वाला आया है।
कृष्णा जन्माष्टमी की बधाई!
14. गोकुल में जो करे निवास,
गोपियों संग जो रचाये रास,
देवकी यशोदा जिनकी मईया,
ऐसे हमारे कृष्ण कनहैया।
कृष्णा जन्माष्टमी की शुभकामनायें !
15. चढ़ा हुआ कलयुग का सूरज कितने और जलाओगे,
धरती की रक्षा की खातिर हे कृष्णा! तुम कब आओगे;
बुझा दिए अरमा लाखों है कितने और बुझाओगे,
फंसे हुए इस कालचक्र में कब तुम हमे बचाओगे;
जन्म से ही लग गया कलंक खुशियों का खो गया चमन,
काटों भरा हो गया जहां गुल तुम कब खिलाओगे;
मर चूका इंसान यहां पे भरे है बस हैवान,
पाठ पढ़ाने इंसानियत का जाने तुम कब आओगे।
हे कृष्णा तुम कब आओगे!
16. माखन चुराकर जिसने खाया,
बंसी बजाकर जिसने नचाया,
खुशी मनाओ उसके जन्म दिन की,
जिसने दुनिया को प्रेम का रास्ता दिखाया.
हैप्पी जन्माष्टमी
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Source : News Nation Bureau