कल 14 जनवरी को मकर संक्रांति (makar sankranti 2022) है. इस दिन गुड़-तिल, खिचड़ी बनाने का तो विशेष महत्व होता है. लेकिन, इसके साथ ही स्नान और दान की भी अपार महिमा होती है. चलिए, पहले दान और स्नान के विशेष महत्व (makar sankranti snan daan importance) पर थोड़ा-सा प्रकाश डाल देते है. फिर आपको इन दोनों के शुभ मुहूर्त के बारे में भी बता देंगे. हिंदू धर्म में मकर संक्रांति के त्योहार को बहुत महत्वपूर्ण त्योहार बताया गया है. इस दिन पवित्र नदी में स्नान और दान करना शुभ माना गया है. मकर संक्रांति पर सूर्य देव उत्तरायण होते है. मान्यता के अनुसार इस दिन से ही मौसम में बदलाव शुरू हो जाता है. मकर संक्रांति से सर्दी में कमी आने लगती है यानि शरद ऋतु के जाने का समय शुरू हो जाता है और बसंत ऋतु आनी शुरू हो जाती है. तो, चलिए अब जरा पुण्य कमाना है तो स्नान और दान का शुभ मुहूर्त जान लें.
स्नान का समय
मकर संक्रांति यानी सूर्य का मकर राशि में प्रवेश इस साल दोपहर 2 बजकर 29 मिनट पर होने जा रहा है. शास्त्रों के अनुसार इस साल मकर संक्रांति (makar sankranti snan shubh muhurat 2022) पर पुण्य काल की शुरूआत सुबह 8 बजकर 5 मिनट पर होगी और शाम को सूरज डूबने से पहले तक रहेगी. ऐसा इसलिए हो रहा है क्योंकि सुबह 8 बजकर 5 मिनट से निरयण उत्तरायण शुरू हो जाएगा. वैसे शास्त्रों में बताया गया है कि सूर्य के मकर राशि या किसी भी दूसरी राशि में प्रवेश से 6 घंटे पहले और 6 घंटे बाद तक संक्रांति का पुण्य काल रहता है.
दान का समय
मकर संक्रांति पर नहाने के बाद सूर्य के साथ नवग्रहों की पूजा और भगवान विष्णु की पूजा के बाद दान देना (makar sankranti daan shubh muhurat 2022) शुरू करना चाहिए. आप अपनी श्रद्धा के अनुसार वस्त्र, अन्न और धन का दान कर सकते हैं. इस दिन तिल और खिचड़ी का दान ज्यादा शुभ माना गया है. अब, दान भी शुभ मुहूर्त में दीजिएगा ताकि पुण्य प्राप्त हो. तो, बता दें इस दिन दान के लिए सुबह 8 बजकर 5 मिनट से सूर्यास्त पूर्व तक रहेगा.