Hartalika Teej 2024 Puja Samagri List: हरतालिका तीज का पर्व भाद्रपद माह के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि को मनाया जाता है. इस साल हरतालिका तीज 6 सितंबर, शुक्रवार को मनाई जाएगी. यह व्रत विवाहित महिलाओं के लिए विशेष महत्व रखता है क्योंकि इसे पति की लंबी आयु और सुखमय वैवाहिक जीवन के लिए रखा जाता है. उत्तर भारत, विशेषकर उत्तर प्रदेश और बिहार में, इस पर्व का खास महत्व है. इस दिन व्रती महिलाएं भगवान शिव और माता पार्वती की पूजा करती हैं और अपने दांपत्य जीवन में खुशहाली की कामना करती हैं. हरतालिका तीज व्रत की पूजा विधि के लिए सही सामग्री का होना बहुत जरूरी है.
हरतालिका तीज की पूजा सामग्री
जो महिलाएं हरतालिका तीज का व्रत रखना चाहती हैं, उन्हें पूजा की सामग्री पहले से ही तैयार कर लेनी चाहिए. पूजा सामग्री इस प्रकार है -
1. भगवान शिव और माता पार्वती की मूर्ति या तस्वीर
2. लकड़ी की एक चौकी, जिस पर मूर्ति स्थापित होगी
3. चौकी पर बिछाने के लिए पीले या लाल रंग का कपड़ा
4. कलश, आम के पत्ते, केले का पौधा, जटावाला नारियल, फूल, और माला
5. 16 श्रृंगार की वस्तुएं, चुनरी और दान के लिए वस्त्र
6. बेलपत्र, भांग, धतूरा, अक्षत (चावल), हल्दी, कुमकुम, सिंदूर, धूप, दीपक
7. पान, सुपारी, जनेऊ, चंदन, दूर्वा, शहद, घी, और कपूर
8. गंगाजल, गाय का दूध, दही, नैवेद्य, गंध, और मिठाई
9. हरतालिका तीज व्रत कथा की पुस्तक और शिव-पार्वती जी की आरती की पुस्तक
हरतालिका तीज का महत्व
हरतालिका तीज का हिंदू धर्म में बहुत बड़ा महत्व है. इस दिन का व्रत रखने से न केवल दांपत्य जीवन में सुख और समृद्धि आती है, बल्कि यह स्त्री-पुरुष के रिश्तों को भी मजबूत बनाता है. शिव-शक्ति की पूजा प्राकृतिक और भौतिक संतुलन का प्रतीक है, जो आंतरिक शांति और आध्यात्मिक विकास की ओर ले जाती है. पूजा-पाठ के बाद दान-पुण्य करने से आत्मिक शांति और ईश्वर की कृपा प्राप्त होती है. इसलिए इस दिन का व्रत न केवल आपकी इच्छाओं को पूरा करता है, बल्कि यह आपको आध्यात्मिक उन्नति की दिशा में भी अग्रसर करता है. हरतालिका तीज का व्रत न केवल पति की लंबी उम्र और सुखमय दांपत्य जीवन के लिए महत्वपूर्ण है, बल्कि यह आंतरिक संतोष और आध्यात्मिक लाभ भी प्रदान करता है.
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(Disclaimer: यहां दी गई जानकारियां धार्मिक आस्था और लोक मान्यताओं पर आधारित हैं. न्यूज नेशन इस बारे में किसी तरह की कोई पुष्टि नहीं करता है. इसे सामान्य जनरुचि को ध्यान में रखकर यहां प्रस्तुत किया गया है.)