PM Narendra Modi In Brunei: देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज यानी (03 सितंबर 2024) ब्रुनेई के दौरे पर हैं. यह यात्रा किसी भी भारतीय प्रधानमंत्री की पहली द्विपक्षीय यात्रा है. इस यात्रा का आयोजन ब्रुनेई के सुल्तान हाजी हसनल बोल्किया के निमंत्रण पर किया गया है. बता दें कि ब्रुनेई एक मुस्लिम-बहुल देश है, जहां 2021 की जनगणना के अनुसार कुल यहां 44 लाख से अधिक लोग रहते हैं. इनमें से लगभग 82 प्रतिशत आबादी मुस्लिम की है, 8 प्रतिशत ईसाई, 7 प्रतिशत बौद्ध और शेष 4 प्रतिशत अन्य धर्मों के लोग शामिल है.
ब्रुनेई में हिंदू धर्म की संख्या कितनी है?
मुस्लिम देश ब्रुनेई में हिंदू समुदाय की संख्या बहुत कम है. कई स्रोतों के अनुसार, इस देश की कुल जनसंख्या में हिंदुओं की संख्या 1,000 से 2,000 के बीच हो सकती है. यह संख्या मुख्य रूप से भारतीय प्रवासियों और उनके पूर्वजों से बनी है, जो व्यापार और अन्य कामों के लिए ब्रुनेई में आए थे. इस तरह ब्रुनेई में हिंदू धर्म की संख्या बहुत ही कम हैं और इस्लाम धर्म के वर्चस्व के बावजूद यहां धर्मनिरपेक्षता और सांस्कृतिक विविधता को सम्मान दिया जाता है.
ब्रुनेई में हिंदू मंदिरों की स्थिति
ब्रुनेई में हिंदू मंदिरों की संख्या बहुत सीमित है. यहां दो हिंदू मंदिर हैं, जिसमें पहला शिव मंदिर और दूसरा राम मंदिर.
1. शिव मंदिर (Sri Bhadra Kali Temple)
शिव मंदिर ब्रुनेई की राजधानी बांडर सेरी बेगवान में स्थित है. यह मुख्य रूप से स्थानीय भारतीय समुदाय के लिए एक महत्वपूर्ण धार्मिक स्थल है जहां पर हिंदुआ का त्योहार मनाया जाता है पूजा विधियों का आयोजन किया जाता है.
2. राम मंदिर (Sri Rama Temple)
राम मंदिर भी बांडर सेरी बेगवान में ही स्थित है और हिंदू धार्मिक गतिविधियों के लिए एक महत्वपूर्ण स्थल है. इस मंदिर में भी विशेष पूजा और हिंदू त्योहार का आयोजन किया जाता है. यह मंदिर हिंदू समुदाय के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण हैं.
आपको बता दें कि इन दो मंदिरों के अलावा ब्रुनेई में हिंदू धर्म के लिए और कोई धार्मिक स्थल नहीं है. हालांकि सबसे खास बात यह है कि यहां इस्लाम धर्म के प्रमुख होने के बावजूद, अन्य धर्मों का सम्मान किया जाता है और उनके अनुयायियों को भी अपनी धार्मिक गतिविधियों को करने की आजादी है.
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(Disclaimer: यहां दी गई जानकारियां धार्मिक आस्था और लोक मान्यताओं पर आधारित हैं. न्यूज नेशन इस बारे में किसी तरह की कोई पुष्टि नहीं करता है. इसे सामान्य जनरुचि को ध्यान में रखकर यहां प्रस्तुत किया गया है.)