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Shani Sade Sati: शनिदेव की साढ़ेसाति में जानें किस साल जीवन पर क्या प्रभाव पड़ता हैं

Shani Sade Sati: शनिदेव की कृपा आप पर हो गयी तो जीवन सुख और साढ़ेसाती अगर चली तो फिर जीवन में चारों ओर से कठिनाईयां आपको घेर लेंगे. अगर आपको भी ऐसा लगता है तो आपको शनि की साढ़े साती के बारे में ये जानकारी नहीं है.

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Inna Khosla
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Shani Sade Sati

Shani Sade Sati( Photo Credit : News Nation)

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Shani Sade Sati: ये एक मिथ्या है शनि देव की छाया जब आप पर पड़ती है तो हमेशा आपका नुकसान होता है. ये गलत मिथ्या है. शनि देव जब आपके पास आते हैं तो हमेशा नुकसान और तकलीफें लेके नहीं आते हैं. ऐसा माना जाता है कि शनि देव का पूरा जो काल होता है आपके साथ वह साढ़े 7 साल का होता है.  साढ़े 7 साल का शनि देव का जो समय है आपके साथ वो तीन हिस्सों में बंटा हुआ है. जिसको कहते हैं ढैया. क्या होता है ढैया ये भी समझ लें, ये आपके शरीर में तीन पार्ट्स में डिवाइड हो जाता है. अब कैसे ये आपके जीवन पर प्रभाव डालता है ये भी जानिए

पहला, ढ़ाई साल आपके ऊपरी शरीर में होता है जीस समय आप मानसिक तौर से जूझते हैं डिप्रेशन होना, काम में नुकसान होना और अपसेटनेस होना परेशान होना तकलीफ है झेलना गुस्सा आना तो शनिदेव के अंदर आपकी जो जो चीजें हैं उस समय आती है वो है आपका ब्रेन, आपका दिमाग, आपकी जीवा इसलिए गुस्से में गलत बातें निकल के रिश्ते खराब होते हैं. आंखों से आपको जो आपका फ्यूचर दिखता होता है वो काला दिखता होता है. आपको आपको होप कम मिलता है. आपको हर बात पे ज्यादातर चीजें सुनके नाराजगी होती है क्योंकि आपके कान में हर चीज़ गलत तरीके से पड़ती है और आपका मस्तिष्क जो है वो आपको ऐसी चीजों से घेर देता है जिसमें आपको होप कम दिखता है और निराशा ज्यादा होती है. 

दूसरा, ढ़ाई जो आता है वो यहां चेस्ट के नीचे से उतर के नीचे के शरीर में जाता है. इस समय पेट से रिलेटेड प्रोब्लम्स होती है लेकिन साथ में आपको बहुत अच्छा अच्छा खाने को मिलता है क्योंकि सन यहाँ से हट चूके होते हैं. वजन बढ़ना, पेट निकलना और आपको मालूम है कि पेट निकलने से बहुत सारी बीमारियां जुड़ी हुई ओबेसिटी इस दी किंग ऑफ़ डिजीज तो ये सब चीजें होता है जब शनिदेव आपके बीच के शरीर में होते हैं. आपको अच्छा खाना मिलता है लेकिन आपका वजन बढ़ता है. आपको पेट की तकलीफें होती है और पेट की तकलीफों से सारा शरीर जुड़ा हुआ है और 

तीसरा, आखरी ढैया जो नीचे पैरों पे जाता है. ऐसा माना जाता है कि जब शनि देव पैरों पर आते हैं तो आपको शुरू के 5 साल, दो, ढ़ाई, ढ़ाई साल में जितनी तकलीफें मिली हैं उन सबका निराकरण होता है और आपके पास सुख और समृद्धि आपके चरणों में आ जाती है. इस समय आपको मिलता है जीवन में बहुत सारा ट्रैवेल, बहुत सारी फ्लाइट्स, बहुत सारा देश और दुनिया घूमने का मौका और ढेर सारा पैसा तो ये जो ढैया है आखरी वाला वो ऐसा माना जाता है कि शुरू के जो दो ढैया हैं उन सबका कंपनसेशन होता है. 

लेकिन, ज्यादातर लोग शुरू के इन दो ढैया में ढह जाते हैं. मतलब ज्यादातर लोग जो इसको नहीं झेल पाते हैं उनकी उनकी डेथ शनि देव के इस प्रकोप के बीच में हो जाती है और ये भी माना जाता है कि अगर आप साढ़े साती के बीच में आप चले गए तो आपके पुनर्जन्म की शुरुआत पहले उस साढ़े साथी के बचे साल खत्म करने से होगी. मतलब अगर आपके जीवन में उस जीवन में दो साढ़े सातिया, एक, साढ़े सातिया लिखा है तो उसमें ऐड हो जाएगा वो साढ़े सात ही का हिस्सा जो आप पिछले जन्म में कवर नहीं कर पाए. शनि देव की नजर आप पे हम हमेशा होती है कभी खुशी से, कभी गुस्से से. जब साढ़े साथी का बुरा वक्त चलता है तब के लिए बोला गया है कि शनि ही छाया. आप अच्छी नहीं पर उसके अलग अलग कार्ट उसके निराकरण भी हमारे वेदों और प्राणों में लिखें, जिसमें सबसे ज्यादा माना जाता है शनि देव को तेल चढ़ाना.

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(Disclaimer: यहां दी गई जानकारियां धार्मिक आस्था और लोक मान्यताओं पर आधारित हैं. न्यूज नेशन इस बारे में किसी तरह की कोई पुष्टि नहीं करता है. इसे सामान्य जनरुचि को ध्यान में रखकर यहां प्रस्तुत किया गया है.)

Source : News Nation Bureau

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