Diwali Lakshmi Puja Vidhi: दिवाली के दिन शुभ मुहूर्त में लक्ष्मी पूजन किया जाता है. समय के साथ-साथ पूजा के तरीके में भी कई बदलाव आए हैं. आधुनिक समय में परिवार छोटे होते जा रहे हैं, कुछ बच्चे नौकरी, पढाई या किसी अन्य कारण के अपने परिवार से दूर भी रहते हैं. युवा पीढ़ी तो छोड़िए जिन घरों में बड़े बुजुर्ग नहीं बचे वहां भी दिवाली के दिन ये सवाल किया जाता है कि पूजा कैसे करें. कुछ लोग फोन पर लक्ष्मी पूजन की सही जानकारी जुटाते हैं तो कुछ लोग इंटरनेट पर इसे पढ़ते हैं. हम आपको दिवाली की रात देवी लक्ष्मी को प्रसन्न करने वाली पूजा विधि बता रहे हैं. शास्त्रों में बतायी गयी इस विधि के अनुसार ही दिवाली की रात पूजा करनी चाहिए. दिवाली 2024 पूजा का शुभ मुहूर्त क्या है और लक्ष्मी पूजा की विधि क्या है आइए सब जानते हैं.
दिवाली पूजा शुभ मुहूर्त (Diwali Puja Shubh Muhurat)
कार्तिक मास की अमावस्या तिथि 31 अक्टूबर को दोपहर 3 बजकर 52 से प्रारंभ होगी जो 1 नवंबर को शाम 6 बजकर 16 मिनट तक रहेगी. ऐसे में अमावस्या की रात को पूजा के नियमानुसार दिवाली लक्ष्मी पूजन 31 अक्टूबर की रात में ही किया जाएगा.
पूजा का शुभ मुहूर्त नई दिल्ली में 05 बजकर 36 मिनट से 06 बजकर 16 मिनट तक रहेगा.
दीवाली लक्ष्मी पूजा विधि (Diwali Lakshmi Puja Vidhi)
पूजा के लिए सबसे पहले आप फूल, रोली, चावल, नारियल, सुपारी, इत्र, मिठाई, धूप-दीप, कमलगट्टा, पान का पत्ता, श्रीफल, और लाल कपड़ा लेकर आएं. माता लक्ष्मी और भगवान गणेश की प्रतिमा को लाल कपड़े पर विराजित करें. साथ में लक्ष्मी जी के वाहन उल्लू और धन के प्रतीक के रूप में चांदी के सिक्के रखें. एक छोटा कलश पानी से भरें और उसमें गंगाजल मिलाएं. इस जल से आचमन करें और शुद्ध होकर पूजा आरंभ करें. सर्वप्रथम भगवान गणेश की पूजा करें. उनकी प्रतिमा पर रोली, चावल और पुष्प चढ़ाएं. उन्हें मिठाई अर्पित करें और गणेश मंत्र का जाप करें ॐ गण गणपतये नमः.
अब लक्ष्मी माता की प्रतिमा पर रोली, चावल, इत्र और फूल अर्पित करें. कमलगट्टे, श्रीफल, सुपारी, और पान का पत्ता भी अर्पित करें. लक्ष्मी माता को मिठाई, मखाने, खीर, फल, और अन्य प्रसाद चढ़ाएं और दीपक जलाएं. हाथ में चावल लेकर लक्ष्मी माता के मंत्र का जाप करें ॐ महालक्ष्म्यै नमः. देवी लक्ष्मी के साथ-साथ धन के देवता कुबेर जी की भी पूजा करें, जिससे घर में स्थायी रूप से धन-धान्य बना रहे.
माता लक्ष्मी की आरती करें. इसके बाद सभी परिवार के सदस्यों के साथ माता लक्ष्मी के आशीर्वाद की कामना करें. पूजा समाप्त होने के बाद प्रसाद सभी परिवारजनों में बांटें. घर के मुख्य दरवाजे पर पांच या सात दीप जलाएं, जो पूरी रात जलते रहें. इससे माना जाता है कि माता लक्ष्मी की कृपा सदैव बनी रहती है और घर में सुख-समृद्धि का वास होता है. इस विधि से की गई लक्ष्मी पूजा से धन, सुख और समृद्धि का आशीर्वाद प्राप्त होता है और जीवन में खुशहाली आती है.
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(Disclaimer: यहां दी गई जानकारियां धार्मिक आस्था और लोक मान्यताओं पर आधारित हैं. न्यूज नेशन इस बारे में किसी तरह की कोई पुष्टि नहीं करता है. इसे सामान्य जनरुचि को ध्यान में रखकर यहां प्रस्तुत किया गया है.)