Guru Grah Ke Shubh Ashubh Lakshan: बृहस्पति मजबूत होने पर क्या होता है या फिर बृहस्पति नीच का हो तो क्या होता है. कुंडली में ग्रहों की चाल पर हमारे जीवन पर गहरा प्रभाव पड़ता है. गुरु अशुभ कब होता है ये आप इसका लक्षण देखकर जा सकते हैं. ये ग्रह आपकी जिंदगी पर बहुत असर डालता है और अगर आप इस ग्रह को ठीक रखेंगे तो जिंदगी की बहुत सी उलझने अपने आप दूर हो जाएंगी.
जिन लोगों की कुंडली में गुरु का प्रभाव अधिक होता है वो टीचर, वकील, जज, पुरोहित विद्वान या एस्ट्रोलॉजी की फील्ड में आ जाते हैं. सोने का काम करने वाले सुनार, किताबों की दुकान, मेडिसिन की दुकान वाले, लाइब्रेरी, प्रिंटिंग मशीन पर गुरु का अधिकार होता है. आपकी पढ़ाई धर्म एनर्जी लीडरशिप, पॉलिटिक्स, विरासत, परंपरा, पद और सिद्धि का भी गुरु ग्रह से लेना देना होता है. गुरु से प्रभावित लोग हृष्ट पुष्ट या थोड़े मोटे हो सकते हैं. इनका शरीर बड़ा हो सकता है. ये झूठ आसानी से नहीं बोल सकते लेकिन कई बार घुमाकर बात करते हैं. इनका गुस्से पर पूरा कंट्रोल होता है. ये झूठी तारीफ दिखाने से दूर रहते हैं और धर्म के काम में रुचि रखते हैं.
गुरु जिस ग्रह को उच्च दृष्टि से देखेगा वह भी बलवान हो जाएगा और पाप ग्रह के साथ होने पर वो उसे झूठ की राह पर ही चलता है, भ्रष्ट नेता, सोने का स्मगलर, रिश्वतखोर अधिकारी, बना सकता है. लेकिन ये कैसे पहचानें कि गुरु अशुभ फल दे रहा है या शुभ.. तो आइए आपको बताते हैं बृहस्पति ग्रह के शुभ और अशुभ लक्षण क्या हैं.
आपका बृहस्पति शुभ है या है अशुभ?
बृहस्पति ग्रह के अशुभ लक्षण :
- सिर पर चोटी के स्थान से बाल उड़ जाते हैं.
- गले में माला पहनने की आदत डाल लेता है। सोना खो जाए या चोरी हो जाए.
- बिना कारण शिक्षा रुक जाए. आपके अच्छे रिलेशन में अफवाहें उड़ाई जाती हैं.
- आंखों में तकलीफ होना, मकान और मशीनों की खराबी, बेकार के दुश्मन पैदा होना, धोखा होना, सांप के सपने.
- सांस या फेफड़े की बीमारी, गले में दर्द हो सकता है.
बृहस्पति ग्रह के शुभ लक्षण:
- इंसान कभी झूठ नहीं बोलता. उनकी सच्चाई के लिए वह प्रसिद्ध होता है.
- आंखों में चमक और चेहरे पर तेज ते होता है.
- अपने ज्ञान के बल पर दुनिया को झुकाने की ताकत रखने वाले ऐसे लोग के प्रशंसक और हितैषी तै बहुत होते हैं.
Religion की ऐसी और खबरें पढ़ने के लिए आप visit करें newsnationtv.com/religion
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारियां धार्मिक आस्था और लोक मान्यताओं पर आधारित हैं। न्यूज नेशन इस बारे में किसी तरह की कोई पुष्टि नहीं करता है। इसे सामान्य जनरुचि को ध्यान में रखकर यहां प्रस्तुत किया गया है।)