Importance of Kartik Month: कार्तिक मास हिन्दू पंचांग में एक महत्वपूर्ण मास है और इसे भगवान शिव का मास माना जाता है. यह मास हिन्दी पंचांग में व्यापकता से मनाया जाता है और इसमें धार्मिक और सांस्कृतिक कई पर्वों का आयोजन किया जाता है. कार्तिक का महीना हिन्दू पंचांग में विशेष रूप से भगवान शिव, माता पार्वती, और भगवान विष्णु को समर्पित है. कुछ जगहों पर इस महीने में प्रभात फेरी भी लगायी जाती है. जिसमें स्थानीय लोग एकत्रित होकर नगर कीर्तन करते हैं. गुरुद्वारों और मंदिरों में कार्तिक के महीने में विशेष पूजा का भी आयोजन होता है. आइए जानते हैं कि कार्तिक मास में आने वाले किन दिनों को खास माना जाता है और उनका क्या महत्व होता है.
कार्तिक सोमवार व्रत: कार्तिक मास में सोमवार को भगवान शिव की पूजा का विशेष महत्व है। इस दिन शिवरात्रि के उपवास का आयोजन किया जाता है और भगवान शिव की अराधना की जाती है.
कार्तिक पूर्णिमा: कार्तिक मास की पूर्णिमा को कार्तिक पूर्णिमा कहा जाता है और इसे देव दीपावली भी कहा जाता है। इस दिन लोग दीपावली के तौर पर घर को दीपों से सजाते हैं और मां लक्ष्मी की पूजा करते हैं.
कार्तिक सोमवारी अमावस्या: कार्तिक मास की कृष्ण पक्ष की अमावस्या को कार्तिक सोमवारी अमावस्या कहा जाता है और इस दिन भगवान शिव की पूजा का विशेष महत्व है.
तुलसी विवाह: कार्तिक मास में तुलसी विवाह का आयोजन किया जाता है, जिसमें तुलसी माता को भगवान विष्णु के साथ विवाह किया जाता है.
गोवत्स द्वादशी: इस दिन गोमाता (गाय) की पूजा की जाती है और लोग उन्हें पूजने के लिए धन्यवाद अर्पित करते हैं.
कार्तिक सोमवारी व्रत: कार्तिक मास में सोमवारी व्रत करना भी शिव भक्तों के लिए महत्वपूर्ण है और इसमें भगवान शिव की पूजा और व्रत का आयोजन होता है.
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(Disclaimer: यहां दी गई जानकारियां धार्मिक आस्था और लोक मान्यताओं पर आधारित हैं। न्यूज नेशन इस बारे में किसी तरह की कोई पुष्टि नहीं करता है। इसे सामान्य जनरुचि को ध्यान में रखकर यहां प्रस्तुत किया गया है।)
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Source : News Nation Bureau