Goddess Lakshmi: धन के देवी लक्ष्मी को लोग प्रसन्न करने के लिए न जानें क्या कुछ नहीं करते. हर व्यक्ति यही चाहता है कि देवी लक्ष्मी का स्थायी वास उन्हीं के घर पर हो. दीवाली के पर्व पर खासतौर पर माता लक्ष्मी की पूजा की जाती है. उनकी पूजा के लिए शुभ मुहूर्त देखा जाता है और फिर पूरे विधि विधान के साथ लोग उस दिन उनकी पूजा अर्चना करते हैं. इस साल दीवाली (Diwali 2024) की तिथि को लेकर कंफ्युजन लगातार बना हुआ है. काशी के विद्वान पंडित 31 अक्तूबर को दीवाली का महापर्व मना रहे हैं तो अयोध्या वासी इस साल 1 नवंबर के दिन धूमधाम से दीवाली सेलिब्रेट करेंगे. लेकिन हम आपको सही जानकारी के साथ ये बता रहे हैं कि इस साल स्थिर लग्न 31 अक्तूबर का है जिसमें देवी लक्ष्मी की पूजा करना सबसे शुभ माना जाता है. हालांकि दीवाली की तिथि 31 अक्तूबर से लेकर 1 नवंबर तक है. अब आप अगर ये चाहते हैं कि देवी लक्ष्मी का आपके घर में स्थिर वास हो तो आप दीपावली के दिन से ये शुरुआत करें और जीवन में इस नियम को अपना लें तो आपके घर में सदा मां लक्ष्मी वास करेंगी.
किस घर में वास करती हैं देवी लक्ष्मी
महाभारत के शांति पर्व (Shanti Parva of Mahabharata) में देवराज इंद्र और माता लक्ष्मी के बीच एक संवाद दिया गया है. इसमें देवी लक्ष्मी (Goddess Lakshmi) राजा इंद्र को ये समझाती हैं कि वो किस घर में वास करती है. माता लक्ष्मी कहती हैं कि जो लोग सुबह ब्रह्म मुहूर्त में उठकर शोचाचार आदि करके स्नान करते हैं, अपने शरीर पर चंदन का लेप लगाकर मेरी पूजा करते हैं, अपने बड़ों की सेवा सत्कार करते हैं, घर में आए अतिथियों का मान सम्मान करते हैं, जिस घर की महिलाएं आभूषणों से सुसज्जित होकर प्रस्न्नचित घर में रहती हैं, जहां प्रतिदिन झाड़ बुहार होता है, जिस घर का सामान इधर-उधर बिखरा हुआ नहीं होता मैं उसी घर में वास करती हूं.
तो आप अगर ये चाहते हैं कि देवी लक्ष्मी (Goddess Lakshmi) की कृपा आप पर सदा बनी रहे, आप जीवन में तरक्की के मार्ग पर अग्रसर हों तो आप अपने घर में ये नियम आज से ही शुरू कर दें. दीवाली के दिन से कोई भी अच्छी शुरुआत करना सदा हितकारी ही माना जाता है.
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(Disclaimer: यहां दी गई जानकारियां धार्मिक आस्था और लोक मान्यताओं पर आधारित हैं. न्यूज नेशन इस बारे में किसी तरह की कोई पुष्टि नहीं करता है. इसे सामान्य जनरुचि को ध्यान में रखकर यहां प्रस्तुत किया गया है.)