Inspirational Stories of Lord Buddha : गौतम बुद्ध, जिन्हें सिद्धार्थ के नाम से भी जाना जाता है, बौद्ध धर्म के संस्थापक थे. यह बौद्ध धर्म में बहुत प्रसिद्ध कहानी है जिसमें बुद्ध अपने शिष्य आनंद को एक वेश्या के घर रात रुकने की अनुमति देते हैं. यह कहानी सम्मान, करुणा और निर्णय न करने के महत्व पर बल देती है. गौतम बुद्ध को शांति, करुणा और ज्ञान का प्रतीक माना जाता है. बुद्ध की शिक्षाएं दुनिया भर में लाखों लोगों को प्रेरित करती रही हैं. बौद्ध धर्म आज दुनिया का चौथा सबसे बड़ा धर्म है.
वेश्या के घर क्यों गए महात्म बुद्ध ?
एक बार गौतम बुद्ध अपने शिष्यों के साथ यात्रा कर रहे थे. रास्ते में वे एक गांव में पहुंचे. रात हो गई थी, इसलिए उन्होंने गांव में रुकने का फैसला किया. गांव में एक वेश्या रहती थी. उसने बुद्ध और उनके शिष्यों को अपने घर में रुकने का निमंत्रण दिया. बुद्ध ने उसका निमंत्रण स्वीकार कर लिया.
यह बात गांव में फैल गई. लोग हैरान थे कि बुद्ध एक वेश्या के घर में कैसे रुक सकते हैं. वे बुद्ध के शिष्यों को ताना मारने लगे. आनंद बुद्ध के प्रिय शिष्य थे. वे यह सब सह नहीं पा रहे थे. वे बुद्ध के पास गए और उनसे कहा कि उन्हें वेश्या के घर से चले जाना चाहिए.
बुद्ध शांत रहे. उन्होंने आनंद से कहा कि उन्हें चिंता नहीं करनी चाहिए. उन्होंने गांव के लोगों को इकट्ठा किया और उनसे कहा "तुम्हें इस वेश्या को नहीं जज करना चाहिए. उसकी भी अपनी एक कहानी है. हो सकता है कि उसे ऐसी परिस्थितियों में रहने पर मजबूर किया गया हो जो उसके नियंत्रण से बाहर थीं. तुम्हें किसी को उसके व्यवसाय के आधार पर नहीं जज करना चाहिए. हर व्यक्ति सम्मान और करुणा का हकदार है."
बुद्ध की बातों का गांव के लोगों पर गहरा प्रभाव पड़ा. उन्होंने अपनी गलती को समझा और वेश्या से माफी मांगी. वेश्या बुद्ध की शिक्षाओं से प्रभावित हुई और उसने अपना व्यवसाय छोड़ दिया. वह बौद्ध भिक्षुणी बन गई.
यह कहानी हमें सिखाती है कि हमें किसी को उसके व्यवसाय या सामाजिक स्थिति के आधार पर नहीं जज करना चाहिए. हमें हर व्यक्ति के साथ सम्मान और करुणा से व्यवहार करना चाहिए. यह कहानी हमें यह भी सिखाती है कि कभी भी किसी को उसकी अतीत की गलतियों के लिए नहीं जज करना चाहिए. हर व्यक्ति बदलने और एक नया जीवन शुरू करने का अवसर पाने का हकदार है.
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(Disclaimer: यहां दी गई जानकारियां धार्मिक आस्था और लोक मान्यताओं पर आधारित हैं. न्यूज नेशन इस बारे में किसी तरह की कोई पुष्टि नहीं करता है. इसे सामान्य जनरुचि को ध्यान में रखकर यहां प्रस्तुत किया गया है.)
Source : News Nation Bureau