Bhavishya Malika : क्या अखंड भारत का सपना सच होने वाला है, कैसे होगी इसकी शुरुआत. भविष्य मालिका की भविष्यवाणियां अगर सच हुई तो इस साल आंतरिक बवाल शुरू हो जाएगा. ये युग परिवर्तन के दरमियां होने वाली घटनाएं होंगी. साल 2024 या कहें भविष्यवाणियों का साल साबित हो सकता है. इस साल ऐसी भविष्यवाणियां की जा रही हैं जो बताती हैं भयानक आंतरिक बवाल के साथ ही महायुद्ध भी शुरू हो जाएगा. ये भविष्यवाणियां कल युग के अंत के बारे में बात करते हुए बताती हैं कि कैसे इस दौरान पापियों का अंत होगा. 500 वर्ष पूर्व संत अचत्यानंद दास जी ने अपनी योग्य शक्ति के बल पर ये सब लिखा था. जिस तरह अब तक उनकी हर भविष्यवाणी सच होती आयी है अगर उसे आधार मानकर कहा जाए तो ये साल बेहद खतरनाक होने वाला है. भविष्य मलिका ग्रंथ में आंतरिक बवाल से लेकर अखंड भारत तक की कुछ ऐसी खतरनाक भविष्यवाणियां लिखी हैं जो आपकी रूह कपा सकती हैं.
प्राकृतिक आपदा मचाएंगी तबाही
संत अचुत्यानंद दास की भविष्यवाणी के मुताबिक धरती की दूरी बढ़ जाएगी, जो दुनिया के लिए बेहद खतरनाक होने वाली है. आने वाले समय में मौसम का चक्र पूरी तरह से बदलने वाला है. साल 2024 से लेकर साल 2025 तक दुनिया के कई भागों में बड़े बड़े भूकंप आएंगे तो कहीं जानलेवा बाढ़ से बेहाल हो जाएंगे लोग मौसम का चक्र बदलने की वजह से धरती का तापमान बहुत ज्यादा बढ़ जाएगा. ना सहन करने वाली गर्मी लोगों को हताश कर देगी. और यह गर्मी ही कई लोगों की मौत की वजह बनेगी. वहीं कहीं तो बहुत ज्यादा बारिश होगी तो कहीं भयंकर सूखा लोगों को पानी के लिए तरसा देगा. ज्यादा तापमान की वजह से धरती के ग्लेशियर पिघल जाएंगे और इस तरह की तमाम प्राकृतिक आपदाएं लोगों के जीवन को बेहद ही संकटमय बना देगी और ये ना केवल भारत में बल्कि पूरी दुनिया में देखा जाएगा.
दो सूर्य देंगे दिखाई
महान संत अचुत्यानंद दास द्वारा लिखी भविष्य मलिका की भविष्यवाणी हमें बताती है कि एक ऐसा समय आएगा जब आसमान में दो सूर्य दिखाई देंगे. अब आप समझ सकते हैं कि जब एक सूरज इतनी गर्मी करता है तो दो सूरज मिलकर दुनिया का क्या हाल करेंगे? लेकिन साथ ही बताया गया है कि सूर्य की तरह दिखने वाला यह आसमानी पिंड होगा जो बंगाल की खाड़ी में दिखेगा. और इससे उड़ीसा पूरी तरह से जलमग्न हो जाएगा. आलम कुछ ऐसा होगा कि किसान भी खेती करना बंद कर देंगे. वहीं जंगल के जानवर गांव और शहरों पर हमला कर देंगे. ये घटना इंसान के लिए जानलेवा होगी.
शुरू होगा आंतरिक बवाल
जिस तरह बंगाल की खाड़ी उड़ीसा के लिए एक बड़ी घटना की वजह बन सकती है. उसी तरह बंगाल आंतरिक बवाल की वजह बनेगा जहां आंतरिक बवाल बंगाल से ही शुरू होगा, जैसा सन् 1946 में देश के विभाजन का बवाल भी बंगाल से ही शुरू हुआ था. इसी तरह फिर से शुरू होगा ये बवाल जो पूरे बंगाल क्षेत्र में फैल जाएगा. इसका मतलब ये है कि तनाव बांग्लादेश और असम के बड़े क्षेत्रों में भी फैल जाएगा और इस तरह ये बड़ा बवाल बन जाएगा. आज के समय में देखा जाए तो कई इंटरनेशनल ऑर्गनाइज़ेशन बंगाल से शुरू होने वाले बड़े तनाव को लेकर बात कह रही है. यानि आप समझ सकते हैं कि ये तनाव कोई आम नहीं होने वाला और इस तनाव का या बड़े बवाल को ही दुनिया भर के लोग आंतरिक युद्ध के नाम से जानेंगे. इस तरह शुरू होगा आंतरिक बवाल.
आएगा घोर कल युग
एक तरफ आंतरिक बवाल तो दूसरी तरफ बढ़ता जाएगा कल युग का प्रकोप जिसे घोर कल युग भी कहा जाएगा. भविष्य मालिका के अनुसार एक समय ऐसा आएगा जब कलयुगी मनुष्य ईश्वर को भूल जाएंगे. दुनिया में धर्म को मानने वाले कम होते जाएंगे. वहीं धर्मगुरु और बाबा लोग तो लोगों को बेवकूफ बनाने का काम करेंगे. यानी दुनिया खुद ही वहाँ विनाश की ओर बढ़ती जाएगी. वहीं दूसरी तरफ दुनिया में अपराध बढ़ता जाएगा. आपराधिक खुले आम अपने अपराधों को अंजाम देंगे. वहीं दुनिया के महा विनाश तक पहुंचने के बीच कई भयानक दुर्घटनाएं और कई घातक बीमारियां देखी जाएंगी. यह सभी चीजें लोगों में असंतोष फैलाने का काम करेंगी. ऐसे में कुछ जगह लोग सरकार के खिलाफ़ बगावत करना शुरू कर देंगे.
ऐसे होगी महायुद्ध की शुरुआत
जहां एक तरफ भविष्य मलिका कल युग के प्रकोप की बात कर रही है, वहीं दूसरी तरफ देश में फैले हुए आंतरिक युद्ध की भयानक स्थिति से भी सचेत करा रही है. आपको बता दें भविष्य मलिका के अनुसार बंगाल से शुरू हुआ आंतरिक युद्ध बड़ा ही घातक रूप ले लेगा, जिसके चलते बड़े पैमाने पर लोगों की मृत्यु होगी और यह सिलसिला बढ़ता जाएगा या आंतरिक बवाल जानमाल के बड़े नुकसान की वजह बनेगा. ये माहौल बड़ा ही खतरनाक होगा जिसके चलते हर तरफ अफरा तफरी मची हुई होगी. भविष्य मलिका के अनुसार, इस बड़े तनाव में या कहें आंतरिक युद्ध में करीब 10,00,000 लोगों की मृत्यु हो जाएगी. इस बड़ी संख्या में कोई एक समुदाय नहीं होगा बल्कि इसमें सभी समुदाय के लोग होंगे और यहीं से शुरुआत होगी एक बड़े युद्ध की जो महा युद्ध का रूप लेगा.
भविष्य मलिका के अनुसार ये समय बेहद ही खतरनाक होने वाला है. जहाँ एक तरफ देशो में बढ़ने वाला तनाव है वही दूसरी तरफ प्राकृतिक आपदाएं ये सब दुनिया को बड़े संकट में डाल देंगी. कतार धरती पर होने वाली प्राकृतिक आपदाओं की वजह से दुनिया में सात दिनों तक अंधेरा छा जाएगा. सात दिनों के इस अंधकार में दुनिया बेहद ही बड़े संकट से होकर गुजरेगी. लोग इस अंधकार से निकलने की कोशिश करेंगे, लेकिन उनकी हर कोशिश नाकाम होगी. बताया जा रहा है कि अंधकार साल 2022 से साल 2029 के बीच कभी भी हो सकता है.
भविष्य मलिका के अनुसार शनि का मीन राशि में गोचर भारत के लिए एक बड़ी मुसीबत का कारण बनेगा. जैसा कि हम 7 दिन और 7 रात का अंधेरा तो जानते हैं तो आपको ये मालूम है उसके साथ ही भारत में बड़ा हमला भी देखा जाएगा. आपको बता दें कि भविष्य मलिका के अनुसार चीन 13 मुस्लिम देशों के साथ मिलकर भारत पर बड़ा हमला करेगा. ये सभी देश भारत पर हमला की इस मंशा से करेंगे की भारत कमजोर है और ये सब शनि का गोचर मीन राशि में होने की वजह से होगा. ये चौथा महायुद्ध होगा, जिसे बाकि दुनिया तीसरे विश्व युद्ध के नाम से जानेगी. भविष्यवाणी के जानकारों की मानें तो जब साल 2022 में शनि मकर से निकलकर कुंभ में गया था तब उस दौरान ही विश्व युद्ध की नींव पड़ गई थी. अगर गौर फरमाएं तो उसी दौरान रूस यूक्रेन के बीच युद्ध की शुरुआत हुई थी.
भविष्य के अनुसार जहां एक तरफ दुनिया प्राकृतिक आपदाएं, तबाही, आंतरिक तनाव, बड़ी घटनाओं को अंजाम दे रही होगी, वहीं शनि कुंभ राशि में प्रवेश होते ही तीसरे विश्व युद्ध की शुरुआत हो जाएगी. और ये विश्व युद्ध 6 साल छह महीने तक चलेगा. इस विश्व युद्ध से पूरी दुनिया दो हिस्सों में बढ़ जाएगी. ये तीसरा विश्व युद्ध इतना भयानक होने वाला है कि लोगों को कुछ नहीं सूझेगा इन्हें आत्महत्या करना ही सबसे सही रास्ता समझ आएगा. भविष्य मलिका के अनुसार ये जो तीसरा विश्व युद्ध है वो भुखमरी, आंतरिक गृह युद्ध और आपसी जमीनी विवाद के चलते शुरू होगा. ये विशेष कितना खतरनाक होने वाला है इसका अंदाजा तो आप इसी बात से लगा सकते हैं कि इसमें परमाणु हथियारों का इस्तेमाल किया जाएगा.
भविष्य मलिका की एक भविष्यवाणी यह भी कहती है कि भारत आंतरिक युद्ध के साथ-साथ चौथे महायुद्ध यानि दुनिया के तीसरे विश्व युद्ध की मार भी झेलेगा. लेकिन भारत के सामने वो 13 मुस्लिम देश और चीन हार मान जाएंगे. पाकिस्तान समेत 13 मुस्लिम देशों में बहुत कम लोग बचेंगे और सभी देश भारत को सरेंडर कर देंगे. साथ ही पाकिस्तान माफी मांगते हुए अपना विलय भारत में करवाएगा. इस महायुद्ध में जो आखिरी लड़ाई होगी वो भारत की होगी क्योंकि भारत आखिरी 13 महीनों में ये युद्ध लड़ेगा. भारत की लड़ाई चीन के लिए बड़ी मुसीबत बन जाएगी, जिसके चलते चीन कई टुकड़ों में बंट जाएगा.
भविष्य मलिका की भविष्यवाणी कहती है, यही वो समय होगा जब अखंड भारत की नींव डलनी शुरू हो जाएगी. ये जो चौथा महायुद्ध होगा, जिसे दुनिया तीसरे विश्वयुद्ध के नाम से जानेगी. इसके बाद दुनिया अखंड भारत को हकीकत का रूप लेते हुए देखेगी. इस दौरान दुनिया में केवल 111 देश होंगे, जिनमें से ज्यादातर देश अफ्रीका, दक्षिण अमेरिका महाद्वीप में होंगे. यही नहीं महायुद्ध में अपनी ताकत का परचम लहराने के बाद भारत शक्तिशाली देश के साथ विश्व गुरु के रूप में उभरेगा.
इन सबके बाद लोकतंत्र की व्यवस्था नहीं बल्कि भगवान कल्कि कई उत्तम शासन व्यवस्था लागू करेंगे और इसके बाद पूरी दुनिया में 1000 साल तक शांति का युग आएगा. इस तरह भारत आंतरिक बवाल से लेकर अखंड भारत तक का सफर तय करेगा. सबसे बड़ी बात इस दौरान होने वाली सभी घटनाओं से भगवान खुद अपने सच्चे भक्तों के रक्षा करेंगे.
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(Disclaimer: यहां दी गई जानकारियां धार्मिक आस्था और लोक मान्यताओं पर आधारित हैं. न्यूज नेशन इस बारे में किसी तरह की कोई पुष्टि नहीं करता है. इसे सामान्य जनरुचि को ध्यान में रखकर यहां प्रस्तुत किया गया है.)
Source : News Nation Bureau