देशभर में श्रीकृष्ण जन्माष्टमी पूरे धूमधाम के साथ मनाई जा रही है. इस साल जन्माष्टमी 23 और 24 अगस्त को मनाई जा रही है. पंचांग भेद होने की वजह से इस बार दो दिन जन्माष्टमी का योग बन रहा है. 23 अगस्त को अष्टमी तिथि है, लेकिन इस दिन रोहिणी नक्षत्र नहीं है. जबकि 24 को सुबह उदय तिथि अष्टमी है, इसके साथ ही इस दिन रोहिणी नक्षत्र भी है. इस्कॉन में 23 अगस्त की सुबह 4 बजे से ही श्रीकृष्ण जन्मोत्वस जारी है जो 24 अगस्त की आधी रात 1 बजे तक चलेगा. हालांकि, इस्कॉन जन्माष्टमी का मूल उत्सव 24 अगस्त को ही मना रहा है.
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श्रीकृष्ण जन्माष्टमी को देखते हुए दुनियाभर के इस्कॉन मंदिरों को भव्य तरीके से सजाया गया है. कर्नाटक की राजधानी बेंगलुरू में स्थित इस्कॉन मंदिर में राधे-कृष्ण के लिए करीब 20 लाख रुपये की ज्वेलरी तैयार की गई है. ये ज्वेलरी सोने और चांदी के साथ ही अमेरिकी हीरे से तैयार की गई हैं. जन्माष्टमी के शुभ अवसर पर इन सभी गहनों को तमिलनाडु के कुंभकोणम से मंगवाया गया है.
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गहनों के अलावा मंदिर में स्थापित राधा और कृष्ण की मूर्तियों के लिए खास कपड़े भी बनवाए गए हैं. इन कपड़ों को तैयार करने में कुल 3 लाख रुपये का खर्च आया है. कृष्ण-राधा की जोड़ी के लिए ये सभी कपड़े कांचीपुरम सिल्क में तैयार कराए गए हैं. इन कपड़ों की खास बात ये है कि इन्हें तैयार करने वाला कारीगर रियाज पाशा नाम का एक मुस्लिम शख्स है जो बीते 20 सालों से कृष्ण-राधा के लिए कपड़े बना रहा है. बंसीवाले और उनकी प्रेमिका श्री राधा रानी के लिए कपड़े और गहनों को इस्कॉन बेंगलुरु की ही भक्तिलता देवी दासी और चमेरी देवी दासी डिजाइन करती आ रही हैं.
Source : न्यूज स्टेट ब्यूरो