Jagannath Mahavinash Sign: जगन्नाथपुरी में हाल ही में हुई घटनाएं, विशेषकर भगवान बलभद्र की प्रतिमा का गिरना, पुराणों में वर्णित महाविनाश के संकेत दे रही हैं. स्कंद पुराण, भविष्य पुराण जैसे ग्रंथों में कलयुग के अंत में होने वाले महाविनाश का वर्णन है. इतिहास गवाह है कि जगन्नाथ मंदिर में होने वाली अशुभ घटनाएं हमेशा बड़े संकट के आगमन का संकेत देती रही हैं. मंदिर के नील चक्र का टेढ़ा होना, शिखर ध्वज पर आग लगना जैसी घटनाओं के बाद समुद्री तूफान फानी और कोरोना महामारी जैसी विपदाएं आई थीं. भविष्य पुराण में भी पूरी के जलमग्न होने की भविष्यवाणी है. वर्तमान घटनाएं इस दिशा में इशारा कर रही हैं.
प्रभु जगन्नाथ की रथ यात्रा अनहोनी
जगन्नाथपुरी में हाल ही में हुई रथ यात्रा के दौरान एक दुर्भाग्यपूर्ण घटना घटी. भगवान बलभद्र की मूर्ति रथ से गिर गई और इस हादसे में कई सेवादार घायल हो गए. इस घटना ने भक्तों को चिंतित कर दिया है.
सच होती जा रही हैं भविष्यमालिका की भविष्यवाणियां
जगन्नाथपुरी में हुई इस घटना के बाद से भविष्य पुराणों का गहराई से अध्ययन किया जा रहा है. इतिहास गवाह है कि जब-जब जगन्नाथ मंदिर में कोई अशुभ घटना होती है, तभी दुनिया पर संकट के बादल मंडराते हैं. जैसे, मंदिर के नील चक्र के टेढ़े होने के बाद फानी तूफान आया था और शिखर ध्वज में आग लगने के बाद कोरोना महामारी फैली थी. अब, भगवान बलभद्र की मूर्ति गिरने की घटना भी भविष्य में आने वाली किसी बड़ी आपदा की ओर इशारा कर रही है.
आने वाला है महाविनाश ?
भगवान बलभद्र की मूर्ति के गिरने की घटना ने भक्तों और पंडितों को चिंतित कर दिया है. भविष्य पुराण के अनुसार, जब जगन्नाथ मंदिर में ऐसी अशुभ घटनाएं होती हैं, तो यह आने वाले संकट का संकेत होता है. इतिहास गवाह है कि पहले भी मंदिर में हुई ऐसी घटनाओं के बाद बड़ी विपदाएं आई हैं. पुराणों में पूरी के जलमग्न होने की भी भविष्यवाणी है और यह घटना इस ओर इशारा करती है.
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(Disclaimer: यहां दी गई जानकारियां धार्मिक आस्था और लोक मान्यताओं पर आधारित हैं. न्यूज नेशन इस बारे में किसी तरह की कोई पुष्टि नहीं करता है. इसे सामान्य जनरुचि को ध्यान में रखकर यहां प्रस्तुत किया गया है.)