Jaldi Shadi Ke Upay: शादी की उम्र के बाद भी अगर शादी ना हो तो ये आपकी कुंडली का दोष हो सकता है. कई बार हमारी कुंडली का कोई ग्रह अशुभ फल दे रहा होता है जिस कारण विवाह में बाधा आती है. अगर आप चाहते हैं कि आपकी जल्द शादी हो जाए. चट मंगनी और पट ब्याह के ठोल बज जाएं तो आप जल्द शादी के उपाय करें. ज्योतिष में हर ग्रह के बुरे प्रभाव को कुंडली से दूर करने के उपाय बताए गए हैं. हिंदू ज्योतिष शास्त्रों के अनुसार 9 ग्रह होते हैं. इन नौ ग्रहों में से अगर कोई भी ग्रह कमजोर स्थिति में है तो उसे मजबूत करके कैसे उसके शुभ फल पा सकते हैं आइए जानते हैं.
1. सूर्य के लिए उपाय
रविवार को नौ मो र पंखपं लेकर आएं और पंखपं के नी चे महरून रंग का धा गा बां ध लें. इसके बाद एक थाली में पंखों के साथ नौ सुपारियां रखें, गंगाजल छिड़कते हुए 21 बार इस मंत्र का जप करें.
मंत्र - ऊँ सूर्याय नमः जाग्रय स्थापय स्वाहा :
इसके बाद दो नारियल सूर्य भगवा न को अर्पि तर्पि करें.
2. चंद्र के लिए उपाय
सोमवार को आठ मोर पंख लेकर आएं, पंख के नीचे सफेद रंग का धागा बांध लें. इसके बाद एक थाली में पंखों के साथ आठ सुपारियां भी रखें. गंगाजल छिड़कते हुए 21 बार इस मंत्र का जप करें.
मंत्र - ऊँ सू मा य नमः जाग्रय स्थापय स्वाहा हा :
पान के पांच पत्ते चंद्रमा को अर्पित करें. बर्फी का प्रसाद चढ़ाएं.
3. मंगल के लिए उपाय
मंगलवार को सा त मो र पंखपं लेकर आएं, पंखपं के नी चे ला ल रंग का धा गा बां ध लेँ।लेँ इसके बा द एक था ली में पंखोंपं खों के सा थ सा त सुपारियां रखें। गंगा जल छि ड़कते हुए 21 बा र इस मंत्रमं का जप करें.
मंत्र - ऊँ भू पुत्रं पुत्राय नमः जाग्रय स्थापय स्वाहा हा :
पीपल के दो पत्तों पर चावल रखकर मंगल को अर्पित करें. बूंदी का प्रसाद चढ़ाएं.
4. बुध के लिए उपाय
बुधवार को छ: मोर पंख लेकर आएं. पंख के नीचे हरे रंग का धागा बांध लें. एक थाली में पंखों के साथ छ: सुपारियां रखें. गंगाजल छिड़कते हुए 21 बार इस मंत्र का जप करें.
मंत्र - ऊँ बुधाय नमः जाग्रय स्थापय स्वाहा :
जामुन बुद्ध ग्रह को अर्पित करें. केले के पत्ते पर रखकर मीठी रोटी का प्रसाद चढ़ाएं.
5. गुरु के लिए उपाय
गुरुवार को पांच मोर पंख लेकर आएं. पंख के नीचे पीले रंग का धागा बांध लें. एक थाली में पंखों के साथ पांच सुपारियां रखें. गंगाजल छिड़कते हुए 21 बार इस मंत्र का जप करें.
मंत्र - ऊँ बृहस्पतये नमः जाग्रय स्थापय स्वाहा :
11 केले बृहबृस्पति देवता को अर्पित करें. बेसन का प्रसाद बना कर गुरु ग्रह को चढ़ाएं.
6. शुक्र के लिए उपाय
शुक्रवार को चार मोर पंख लेकर आएं. पंख के नीचे गुलाबी रंग का धागा बांध लें. एक थाली में पंखों के साथ चार सुपारियां रखें. गंगाजल छिड़कते हुए 21 बार इस मंत्र का जप करें.
मंत्र - ऊँ शुक्राय नमः जाग्रय स्थापय स्वाहा :
तीन मीठे पान शुक्र देवता को अर्पित करें. गुड़-चने का प्रसाद बनाकर चढ़ाएं.
7. शनि की अशुभ दशा से मुक्ति के लिए
शनिवार को तीन मोर पंख लेकर आएं. पंख के नीचे काले रंग का धागा बांध लें. एक थाली में पंखों के साथ तीन सुपारियां रखें. गंगाजल छिड़कते हुए 21 बार इस मंत्र का जप करें-
मंत्र - ऊँ शनैश्चराय नमः जाग्रय स्थापय स्वाहा :
तीन मिट्टी के दीपक तेल सहित शनि देवता को अर्पित करें.
गुलाब जामुन या प्रसाद बना कर चढ़ाएं. शनि के उपाय से राहु-केतु के दोष भी दूर हो सकते हैं.
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारियां धार्मिक आस्था और लोक मान्यताओं पर आधारित हैं। न्यूज नेशन इस बारे में किसी तरह की कोई पुष्टि नहीं करता है। इसे सामान्य जनरुचि को ध्यान में रखकर यहां प्रस्तुत किया गया है।)
Source : News Nation Bureau