शिव धनुष का जहां कहीं भी जिक्र आता है तो ज़हन में ख्याल भगवान राम का ही आता है। भगवान राम ने सीता स्वयंवर में भगवान शिव का धनुष तोड़ा था। लेकिन बहुत ही कम लोगों को पता होगा कि शिव के धनुष को श्री कृष्ण ने भी बड़ी आसानी से उठाकर तोड़ दिया था।
जन्माष्टमी से जुड़ी अन्य खबर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें
एक प्रसंग के मुताबिक कंस अपने भांजे कृष्ण को मारने की योजना बनाई और अक्रूर जी को नंदगांव भेजा। अक्रूर जी देवकी नंदन को लाने मथुरा गए। इधर कंस अपनी योजना में सफल होने के लिए धनुष यज्ञ का आयोजन किया। जब मथुरा में मधुसूदन पहुंचे तो मामा कंस से मिलने से पहले भ्रमण पर निकले।
इसे भी पढ़ें : Sri krishna janmashtami 2018: जानिए क्या कृष्ण जन्म का इतिहास और महत्व
श्री कृष्ण इस दौरान उस मंदिर में गए जहां शिव धनुष रखा हुआ था। शिव धनुष को छूने की इच्छा जताते हुए देवकी के लाल ने पुजारी और रक्षा में तैनात सैनिकों से मंजूरी मांगी। हालांकि कृष्ण का उपहास उड़ाने के बाद उन्हें शिव धनुष को छूने की अनुमति दे दी। इसके बाद भगवान श्री कृष्ण ने ना सिर्फ शिव के धनुष को उठाया, बल्कि उसे बड़ी ही आसानी से तोड़ भी दिया।
जब इसकी जानकारी कंस को मिली तो वो घबरा गया। उसके अगले दिन ही श्री कृष्ण ने कंस का वध कर प्रजा को अत्याचारों से मुक्त कराया।
और पढ़ें : जन्माष्टमी 2018: माखन मिश्री के अलावा इन 7 मिठाइयों से लगा सकते हैं भगवान श्री कृष्ण को भोग
Source : News Nation Bureau