kaal sarp dosh 2023 : ज्योतिष शास्त्र में काल सर्प दोष बेहद अशुभ माना जाता है. ऐसी मान्यता है कि जिस भी व्यक्ति के कुंडली में काल सर्प दोष होता है, उसके जीवन में कई सारी चुनौतियां आती है. इसलिए इस दोष का निवारण करने के लिए लोग सावन के महीने में भगवान शिव की विशेष पूजा भी करते हैं. तो ऐसे में आज का ये लेख उन लोगों के लिए है, जिनकी कुंडली में काल सर्प दोष है. इसके प्रभाव को कम करने के लिए क्या उपाय करना चाहिए, क्या लक्ष्ण है, इन सभी के बारे में हम आपको विस्तार से बताएंगे.
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काल सर्प दोष के ऐसे होते हैं लक्ष्ण
अगर आपकी कुंडली में काल सर्प दोष है या नहीं, इसका पता आप आसानी से लगा सकते हैं. काल सर्प दोष होने से व्यक्ति के शिक्षा में कई प्रकार की बाधा आती है. बिजनेस में मेहनत करने के बाद भी आपको उसका फल नहीं मिल पाता है.जॉब में कई प्रकार की समस्याएं आती हैं. मन में हमेशा नकारातिमक विचार आने लगते हैं. आप खुद असफल महसूस करने लग जाते हैं. घर में कलह-कलेश होने लग जाता है. प्रेम संबंधों में बाधाएं आने लग जाती है. ये कुछ ऐसे लक्षण हैं, जिसका आप आसानी से पता लगा सकते हैं.
काल सर्प दोष कैसे बनता है ?
अगर किसी व्यक्ति की कुंडली में राहु और केतु के बीच सभी ग्रह आ जाते हैं, तो उससे कालसर्प दोष लगता है.
अगर आपकी कुंडली में है कालसर्प दोष, तो करें ये उपाय
1. अगर आपकी कुंडली में कालसर्प दोष है, तो सोमवार के दिन भगवान शिव को नाग-नागिन का जोड़ा अर्पित करें.
2. सोमवार के दिन रूद्राभिषेक करना चाहिए. आप सावन में आप कभी भी रूद्राभिषेक करवा सकते हैं.
3.आप मिट्टी के सवा लाख महादेव बनाकर उनकी पूजा करें और 1100 बार महामृत्युंजय मंत्र का जाप करें.
4.अगर आप मिट्टी के सवा लाख महादेव नहीं बना सकते हैं, तो आप केवल महामृत्युंजय मंत्र का जाप भी कर सकते हैं
5.राहु के बीज मंत्र का जाप करें.
ॐ रां राहवे नमः सवा लाख बार इस मंत्र का जाप करें.
6.केतु के बीज मंत्र का जाप करें
ॐ स्रां स्रीं स्रौं सः केतवे नमः सवा लाख बार इस मंत्र का जप करें