इस बार करवाचौथ पर विशेष योग बनते दिखाई दे रहे हैं. ज्योतिषाचार्य के अनुसार इस बार चांद रोहिणी नक्षत्र में निकलेगा, जिसके कारण यह वृत अतिशुभ माना जा रहा है। इस तरह का संयोग करवाचौथ के पूजन को और अधिक मंगलकारी बना देगा। यह सुहागिनों के लिए विशेष लाभकारी है. ज्योतिषाचार्यों के मुताबिक रोहिणी नक्षत्र का होना अपने आप में अद्भुत संयोग है. मान्यता के अनुसार यह योग चंद्रमा की 27 पत्नियों में सबसे अधिक प्रिय पत्नी रोहिणी के साथ होने से बन रहा है। यह सुहागिनों के लिए अधिक फलदायी है। इस योग से दुख नष्ट होंगे और दरिद्रता दूर होगी.
ये भी पढ़े: जानिए राशियों के हिसाब से सबसे चतुर महिलाएं
सुहागिनों की सभी मनोकामनाएं पूर्ण होंगी
ज्योतिषाचार्य के अनुसार 24 अक्तूबर को रविवार के दिन सुबह 03:01 मिनट पर चतुर्थी तिथि की शुरूआत होगी और 25 अक्तूबर को प्रात: 05:43 मिनट तक रहेगी। यह व्रत 24 अक्तूबर को रविवार के दिन रखा जाएगा। इस बार रोहिणी नक्षत्र का अद्भुत संयोग पति-पत्नी के बीच प्रेम को ज्यादा बढ़ाएगा। सुहागिनों की मनोकामना पूरी होगी।
पार्वती और कार्तिकेय की पूजा का विशेष महत्व
ज्योतिषाचार्य के मुताबिक चतुर्थी एक दिन पड़ती है। संकष्टी चतुर्थी पर भगवान गणेश की पूजा की जाती है। वहीं, करवाचौथ के दिन विवाहित महिलाएं पति की लंबी आयु की कामना के लिए निर्जला व्रत रखती हैं। इसके साथ भगवान शिव, पार्वती और कार्तिकेय की पूजा करती हैं। संध्या काल में चांद देखने के बाद अर्घ्य देकर महिलाएं अपना व्रत तोड़ती हैं।
करवाचौथ को लेकर सजे बाजार
करवाचौथ के पर्व को लेकर बाजार सज गए हैं। साड़ी की दुकानों में काफी भीड़ देखी गई है। सड़कों पर करवाचौथ से जुड़े सामान की बिक्री काफी तेज हो रही है। कोरोना वायरस का असर कम होने के कारण बाजार में इस बार रौनक देखने को मिल रही है।
Source : News Nation Bureau