साल 2022 में महावीर जयंती (mahavir jayanti 2022) का त्योहार 14 अप्रैल को मनाया जाएगा. ये उत्सव भगवान महावीर के जन्म और जीवन के उपलक्ष्य में मनाया जाता है. ये पर्व जैन धर्म के लोगों के लोगों के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण है. महावीर जयंती का त्योहार ग्रेगोरियन पंचांग में निर्धारित नहीं होता, इसलिए इसकी तिथियों (mahavir jayanti 2022 wishes) में काफी अंतर होता है. ये हमेशा मार्च या अप्रैल में ही मनाया जाता है. इस उत्सव के दौरान लोग भगवान महावीर की शिक्षाओं को याद करते हैं. इस दिन जैन लोग कई गतिविधियों में हिस्सा लेते हैं जो उनके परिजनों से जुड़ने और भगवान महावीर को याद करने का मौका देता है. तो, चलिए आपको बताते हैं कि वे गतिविधियां (mahavir jayanti status 2022) कौन-सी हैं.
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मंदिरों में जाना
महावीर जयंती के पावन अवसर पर देशभर के लोग जैन मंदिरों में दर्शन करने के लिए आते हैं. मंदिरों में जाने के अलावा, लोग महावीर और जैन धर्म से जुड़े पुरातन स्थानों पर भी जाते हैं. गोमतेश्वर, दिलवाड़ा, रणकपुर, सोनागिरि और शिखर जी कुछ सबसे लोकप्रिय स्थानों में से (mahavir jayanti 2022 date) एक हैं.
शोभायात्रा
महावीर जयंती की सबसे लोकप्रिय गतिविधियों में से एक भगवान महावीर की प्रतिमा की शोभायात्रा भी है. इस गतिविधि के दौरान जैन भिक्षु एक रथ पर भगवान महावीर की प्रतिमा को लेकर हर जगह घुमाते हैं. इस यात्रा के समय लोग इक्कट्ठे होकर भगवान महावीर के लिए विशेष प्रार्थनाओं या भजनों का गान (mahavir jayanti 2022 activities) करते हैं.
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प्रतिमा धोना
इस पर्व पर लोग अक्सर भगवान महावीर की प्रतिमाओं को जल और अन्य सुगंधित पदार्थों से धोते हैं. ये भगवान महावीर की शुद्धता का प्रतीक है. ये वर्ष के दौरान नियमित पूजी जाने वाली सुंदर धार्मिक प्रतिमाओं को धोने के व्यावहारिक उद्देश्यों को भी पूरा करता है.
दान
महावीर जयंती के दिन लोग अपनी विनम्र जीवनशैली को दर्शाने के लिए मंदिरों में कई चीजों जैसे धन, भोजन और कपड़ों का भी दान देते हैं. सन्यासी लोग अक्सर अपनी जरूरी चीजों को रखकर बाकी चीजें गरीब लोगों में दान कर (happy mahavir jayanti 2022) देते हैं.