आज 28 जून को आषाढ़ अमावस्या (ashadh amavasya 2022) है जिसे हलहारिणी अमावस्या (halharini amavasya 2022) भी कहते हैं. आषाढ़ माह की ये अमावस्या पितरों के तर्पण, स्नान-दान, पूजा-पाठ के साथ किसानों के लिए भी महत्वपूर्ण होती है. इस दिन किसान हल की पूजा कर खेतों में नई फसल के बीज रोपने के काम की शुरुआत करते हैं. ये दिन पौधारोपण (ashadh amavasya 2022 june month) के लिए खास माना जाता है क्योंकि आषाढ़ माह से वर्षा ऋतु की शुरुआत हो जाती है.
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इस दिन पीपल, बड़, नीम, आंवला, अशोक तुलसी, बिल्वपत्र और अन्य पेड़-पौधे लगाने की परंपरा होती है. शास्त्रों के अनुसार, इस दिन अपने घर या घर के आस-पास वास्तु के अनुसार पौधे लगाने से पितृदोष से मुक्ति मिलती है. इसके साथ ही दोगुना पुण्य भी मिलता है. तो, चलिए इस दिन आंवले के पौधे (ashadh amavasya 2022 aawla plant) को लगाने के फायदों के बारे में जान लें.
आंवले के पौधे लगाने के फायदे - (ashadh amavasya 2022 amla plant benefits)
पौराणिक कथा के अनुसार, मां लक्ष्मी ने भी आंवले के वृक्ष की पूजा की थी. इसलिए, घर में आंवले का पौधा लगाने से धन की कमी नहीं होती और मां लक्ष्मी की कृपा भी बनी रहती है. ऐसा करने से दरिद्रता भी दूर होती है और ऐशवर्य की प्राप्ति होती है.
आंवले का पौधा लगाने के बाद रोज जल देने के बाद उसकी पूजा करें.
आंवले का पौधा घर की पूर्व या उत्तर दिशा में लगाना अच्छा रहता है. इस दिशा में आंवले का पौधा लगाने से सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह होता है. इसके आसपास होने से बुरी शक्तियां पास भी नहीं भटकती.
आंवले का पौधा ऐसी जगह लगाना चाहिए जहां इसके फैलने के लिए पर्याप्त स्थान हो और धूप भी पूरी तरह आती हो तभी, ये पौधे अच्छी तरह से विकास करेंगे. जैसे-जैसे ये पौधा बढ़ेगा आपके जीवन में तरक्की होती जाएगी. व्यापार में वृद्धि के लिए भी आंवले का पौधा लगाने के बाद रोज जल देने के बाद उसकी पूजा (amla tree upay) करें.
धार्मिक मान्यता के अनुसार, आंवले के वृक्ष में त्रिदेव अर्थात ब्रह्मा, विष्णु और महेश का वास माना गया है. इस पौधे को घर या घर के आस-पास लगाने से सुख-सृमद्धि (amla tree home direction) आती है.