वास्तु शास्त्र (vastu shastra) के मुताबिक, फेंगशुई चीनी वास्तु शास्त्र (feng shui tips) है. जिसे आज के समय में भारत के सभी लोग अपनाते हैं. पंचतत्वों पर आधारित फेंगशुई शास्त्र में कई ऐसी चीजें बताई गई हैं जिन्हें नियमपूर्वक अपने घर, गार्डन या दफ्तर में रखने से आपके आसपास की नकारात्मक ऊर्जा दूर होने के साथ ही जीवन में शुभ फलों की प्राप्ति होती है. इसलिए, आज हम आपको फेंगशुई शास्त्र के क्रिस्टल ट्री (crystal tree feng shui) के बारे में बताने जा रहे हैं जिसे घर की सही दिशा में रखने से सौभाग्य में वृद्धि की मान्यता है.
पहले आपको बता देते हैं कि आखिर क्रिस्टल ट्री क्या है. फेंगशुई शास्त्र में क्रिस्टल ट्री विभिन्न रंग-बिरंगे रत्नों और स्फटिक का बना होता है. आप अपनी पसंद का कोई क्रिस्टल ट्री घर या ऑफिस के रख सकते हैं.
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क्रिस्टल ट्री के फायदे (Benefits of Crystal Tree)
जो लोग अपनी पढ़ाई में सुधार करना चाहते हैं. उन्हें फेंगशुई के क्रिस्टल ट्री को अपने पढ़ाई के कमरे या स्टडी टेबल पर उत्तर-पूर्व कोने के रखना सकारात्मक परिणाम (feng shui tips for office prosperity) दे सकता है.
फेंगशुई शास्त्र के अनुसार घर के भाग्य को जगाने के लिए और दांपत्य जीवन में मधुरता बनाए रखने के लिए क्रिस्टल ट्री को अपने लिविंग रूम या बैडरूम के दक्षिण-पश्चिम दिशा में लगाना शुभ माना जाता है.
बिजनेस में तरक्की पाने के लिए व्यवसायिक स्थल पर क्रिस्ट्रल ट्री रखना चाहिए.
कई रंगों के रत्नों वाला क्रिस्टल ट्री आपके आसपास की ऊर्जा के संतुलन को बनाए रखकर शारीरिक और मानसिक समस्याओं के कारकों को दूर करता है. इसके अलावा घर के पृथ्वी केंद्र में क्रिस्टल ट्री रखने से रिश्तो में प्रेम और सद्भाव में वृद्धि होती है.
फेंगशुई वास्तु शास्त्र के अनुसार घर के उत्तर-पश्चिम अर्थात वायव्य को में रखना चाहिए. इससे सौभाग्य की प्राप्ति होती है.
घर के पूर्वी क्षेत्र को स्वास्थ्य से संबंधित माना जाता है. इसलिए, अपने घर या कार्यालय की पूर्व दिशा में क्रिस्टल ट्री रखने से स्वास्थ्य को बेहतर बनाए रखने में (feng shui tips for married couples) मदद मिलती है.