हिंदू पंचांग के मुताबिक, हर वर्ष की ज्येष्ठ माह की शुक्ल पक्ष की अष्टमी तिथि को धूमावती जयंती (Dhumavati jayanti 2022) मनाई जाती है. मां धूमावती 10 महाविद्याओं में से एक हैं. माता धूमावती सातवीं महाविद्या हैं और ज्येष्ठा नक्षत्र में निवास करती हैं. इन्हें अलक्ष्मी के नाम से भी जाना जाता है. माता धूमावती (maa dhumavati) दरिद्रता को दूर करती हैं. संतापों को मिटाती हैं और क्रोध को शांत करती हैं. धार्मिक मान्यता के अनुसार वे अकेली हैं. उनके समान कोई दूसरी शक्ति नहीं है.
कष्टों से बचने के लिए देवी धूमावती की पूजा-आराधना की जाती है. श्रद्धापूर्वक माता धूमावती (dhumavati mata) की पूजा करने से प्राणियों के समस्त कष्ट दूर हो जाते हैं. तो, चलिए आपको धूमावती जयंती (dhumavati jayanti 2022 ) की तिथि, शुभ मुहूर्त और पूजा विधि के बारे में बताते हैं.
धूमावती जयंती 2022 तिथि
हिंदू पंचांग के अनुसार, इस माह शुक्ल पक्ष की अष्टमी तिथि की शुरूआत 07 जून दिन मंगलवार को सुबह 07 बजकर 54 मिनट से होकर 08 जून बुधवार को सुबह 08 बजकर 30 मिनट तक मान्य रहेगी. ऐसे में उदयातिथि के आधार पर इस साल 8 जून को धूमावती जयंती मनाई (dhumavati jayanti 2022 date) जाएगी.
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धूमावती जयंती 2022 शुभ मुहूर्त
इस साल धूमावती जयंती पर सिद्धि योग, सर्वार्थ सिद्धि योग और रवि योग का निर्माण हो रहा है. ऐसे में धूमावती जयंती का पूजन सुबह से ही कर सकते हैं. 8 जून को प्रात:काल से ही सिद्धि योग लग रहा है. जो कि अगले दिन 9 जून को प्रात: 3 बजकर 27 मिनट तक रहेगा. सर्वार्थ सिद्धि योग 9 जून की सुबह 4 बजकर 31 मिनट से सुबह 5 बजकर 23 मिनट (dhumavati jayanti 2022 puja shubh muhurat) तक है.
धूमावती जयंती 2022 पूजा विधि
इस दिन सुबह उठकर स्नान वगैराह करके विधि-विधान से माता की पूजा करें. मां की पूजा के लिए सफेद रंग के फूल, आक के फूल, सफेद वस्त्र, केसर, अक्षत, घी, सफेद तिल, धतूरा, आक, जौ, सुपारी दूर्वा, गंगाजल, शहद, कपूर, चन्दन, नारियल पंचमेवा आदि का प्रयोग करना चाहिए. इसके साथ ही पूजा के दौरान नीचे दिए मंत्र का जाप (dhumavati jayanti 2022 puja vidhi) जरूर करें.