सावन का (sawan 2022) महीना 14 जुलाई से शुरू हो चुका है. जिसमें पहला मंगला गौरी व्रत 19 जुलाई (mangla gauri vrat 2022) यानी कि आज रखा जाएगा. विवाहित महिलाएं अखंड सौभाग्य की प्राप्ति के लिए इस दिन देवी पार्वती की विधि विधान से पूजा करती हैं. इस दिन तीन शुभ योग (sawan month mangla gauri vrat 2022) भी बन रहे हैं जिससे इस व्रत की महत्ता और बढ़ गई है. माना जाता है कि कुंवारी कन्या मंगला गौरी व्रत करें तो उन्हें मनचाहा जीवनसाथी मिलता है. इस व्रत से अंखड सौभाग्य की प्राप्ति होती है. इसलिए ये व्रत महिलाओं (mangla gauri vrat 2022 sawan) में काफी लोकप्रिय है. तो, चलिए इस दिन के शुभ योग, मंत्र जाप और उपायों के बारे में जान लें.
मंगला गौरी व्रत 2022 शुभ योग -
सावन का पहला मंगला गौरी व्रत 19 जुलाई को किया जाएगा. इस दिन सुबह उत्तरा भाद्रपद नक्षत्र होने से सिद्धि और उसके बाद रेवती नक्षत्र होने से शुभ नाम के योग बन रहे हैं. इसके साथ ही सर्वार्थसिद्धि योग भी कुछ देर के लिए इस दिन रहेगा. इस दिन अभिजीत मुहूर्त दोपहर 12:06 से 12:59 तक रहेगा. अमृत काल सुबह 07:26 से 09:01 तक (mangla gauri vrat 2022 shubh yog) रहेगा.
मंगला गौरी व्रत 2022 मंत्र जाप -
मां मंगला गौरी को उनकी प्रिय चीजें अर्पित करने के बाद एक विशेष मंत्र का जाप करना बिल्कुल ना भूलें. पूजा के बाद 'ॐ गौरी शंकराय नमः' या 'ॐ श्री मंगला गौरी नमः' मंत्र का जाप जरूर करें. इस विधि से मां मंगला गौरी की कृपा आप पर हमेशा बनी रहेगी. मंत्र उच्चारण के बाद माता से हाथ जोड़कर प्रार्थना करें और उन्हें अपने जीवन में चल रही समस्या को दूर करने (mangla gauri vrat 2022 mantra jaap) का आग्रह करें.
मंगला गौरी व्रत 2022 उपाय - (mangla gauri vrat 2022 upay)
इस दिन जिन लड़कियों की शादी नहीं हुई है. वे 'ओम गौरी शंकराय नमः' जाप करें. इसके साथ ही व्रत रख सुंदरकांड का पाठ करें. माना जाता है कि ऐसा करने से विवाह की अड़चने दूर होती है और मंगल की शुभता प्राप्त होती है.
अगर आपकी शादी में बाधा आ रही है तो, इस दिन मिट्टी के खाली पात्र को नदी में प्रवाहित कर दें. इससे जल्द ही विवाह के योग बनेंगे.
इस दो मुट्ठी मसूर दाल एक लाल कपड़े में बांधकर किसी जरूरतमंद या भिखारी को दान करने से मांगलिक दोष के प्रभाव कम होते हैं.