Ayodhya Ram Mandir: अयोध्या में राम जन्मभूमि पर नवनिर्मित मंदिर परिसर का उद्घाटन 22 जनवरी, 2024 को प्राण प्रतिष्ठा समारोह के बाद किया गया, जिसके बाद अब तक 1.5 करोड़ से अधिक भक्त श्री राम मंदिर के दर्शन कर चुके हैं. विश्व हिंदू परिषद के अंतरराष्ट्रीय उपाध्यक्ष चंपत राय ने कहा कि राम मंदिर का निर्माण समाज के सहयोग से हो रहा है और व्यवस्था ऐसी है कि दो लाख भक्तों के आने पर भी किसी को कोई असुविधा नहीं होगी. उन्होंने यह भी कहा, "मैं नहीं जानता कि अयोध्या में राम जन्मभूमि पर मंदिर निर्माण आंदोलन के दौरान कितने लोगों, उनके परिवारों और रिश्तेदारों को कठिनाई का सामना करना पड़ा. यह आंदोलन 1,000 साल पुरानी आजादी की लड़ाई से कम नहीं है और इसे जन कल्याण के उद्देश्य से चलाया गया था.”
श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने कहा कि उत्तर प्रदेश के अयोध्या में राम मंदिर परिसर से जुड़े चल रहे निर्माण कार्य से लगभग ₹400 करोड़ का माल और सेवा कर (GST) प्राप्त होने की संभावना है. हालांकि, वास्तविक कर संग्रह का सही आंकड़ा निर्माण कार्य पूरा होने के बाद ही स्पष्ट होगा, उन्होंने 9 सितंबर को मध्य प्रदेश के इंदौर में एक सार्वजनिक अभिनंदन समारोह में कहा.
समाचार एजेंसी पीटीआई के अनुसार, राय ने कहा, "मेरा अनुमान है कि सरकार को राम मंदिर निर्माण कार्य से लगभग ₹400 करोड़ GST के रूप में प्राप्त होंगे. 70 एकड़ में विकसित हो रहे इस परिसर में कुल 18 मंदिर बनाए जाएंगे, जिनमें महर्षि वाल्मीकि, शबरी और तुलसीदास के मंदिर शामिल होंगे. हम 100 प्रतिशत कर का भुगतान करेंगे और इसमें एक भी रुपया कम नहीं किया जाएगा.”
चंपत राय ने अयोध्या परिसर में शिव मंदिर के निर्माण के लिए 'शिवलिंग' को अंतिम रूप देने के उद्देश्य से एमपी के खरगोन जिले के बकावा गांव का दौरा भी किया. यह स्थान नर्मदा नदी के किनारे स्थित है और यहां पर प्रसिद्ध शिवलिंगों का निर्माण होता है, जिन्हें दुनिया भर के विभिन्न मंदिरों में स्थापित किया जाता है. उन्होंने कहा कि वास्तविक कर संग्रह का सही आंकड़ा तब सामने आएगा जब निर्माण कार्य पूरी तरह से समाप्त हो जाएगा.
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(Disclaimer: यहां दी गई जानकारियां धार्मिक आस्था और लोक मान्यताओं पर आधारित हैं. न्यूज नेशन इस बारे में किसी तरह की कोई पुष्टि नहीं करता है. इसे सामान्य जनरुचि को ध्यान में रखकर यहां प्रस्तुत किया गया है.)