हिंदू धर्म में प्रकृति से जुड़ी हर चीज का अपना एक खास महत्व होता है. जिसमें पेड़-पौधे, नदी, फल और फूल-पत्ती शामिल हैं. इन सभी की पूजा या फिर पूजा-पाठ (peepal tree remedies) में उपयोग के बारे में धार्मिक ग्रंथों में जानकारी मिलती है. ऐसे ही पीपल के पेड़ को लेकर भी धार्मिक ग्रंथों में वर्णन है कि पीपल का पेड़ (pipal tree) देवों का देव भी है. माना जाता है कि जो लोग पूरी श्रद्धा के साथ इस वृक्ष की सेवा करते हैं. उसे लाभ (peepal tree) की अनुभूति अवश्य होती है. तो, चलिए जानते हैं कि वे कौन-से उपाय हैं.
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यदि कोई व्यक्ति किसी पीपल के नीचे शिवलिंग स्थापित करता है और रोजाना उस शिवलिंग की पूजा करता है तो उसकी सभी समस्याएं समाप्त हो सकती हैं. इस उपाय से बुरा समय (pipal ke upay) दूर हो जाता है.
अगर आपकी किसी के साथ दुश्मनी है और आपका दुश्मन आपको परेशान कर रहा है, तो पीपल के वृक्ष के नीचे बैठकर हनुमान चालीसा का भी पाठ जरूर करें. इस तरह से आपको आपके दुश्मनों से जुड़ी सभी परेशानियों से मुक्ति मिलेगी साथ ही आपके दुश्मनों का नाश हो जाएगा.
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अगर आप अपने हाथ-पैरों के दर्द और कमर के दर्द से परेशान हैं. इसके साथ ही आपके शरीर में दर्द भी होता है और आप थकान महसूस करते हैं तो, आप एक काले कपड़े में पीपल के वृक्ष की जड़ या फिर उसकी लकड़ी को बांध लें और उसे आप अपने बिस्तर के सिरहाने रख लें लेकिन, इसके साथ-साथ आप ऊपर दिए गए उपायों के अनुसार पीपल की सेवा करना न भूलें. कुछ समय के पश्चात आपको महसूस होगा कि आपके शरीर का दर्द खत्म हो रहा है और आप दर्द मुक्त हो रहे हैं.
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ज्योतिष शास्त्र में बताया गया है कि पीपल का पौधा लगाने और उसकी देखभाल करने वाले व्यक्ति की कुंडली के सभी गृह दोष शांत हो जाते हैं. जैसे-जैसे पीपल बड़ा होगा, आपके घर परिवार में सुख-समृद्धि बढ़ती जाएगी.
शनि दोष, शनि की साढ़ेसाती और ढैय्या के बुरे प्रभावों को दूर करने के लिए प्रति शनिवार पीपल पर जल चढ़ाकर सात आटे के दिए सरसों तेल के जलाएं और 7 बार परिक्रमा (peepal tree tips) करनी चाहिए.